मोहम्मद सुलेमान
गोंडा अमर शहीद फजल अली के परिजनों ने लगाया शासन प्रशासन पर आरोप कहा अमर शहीद फजल अली के बलिदान दिवस में नहीं आए शासन प्रशासन के जिम्मेदार किया जा रहा है अधिकारियों के उपेक्षा का शिकार है फजल अली का गांव
आपको बताते चलें कि 12 फरवरी अट्ठारह सौ सत्तावन को अंग्रेजों से देश आजाद कराने में अपने जान की कुर्बानी देने वाले फजल अली के बारे में जब कुछ मीडिया कर्मियों ने अपने अपने अखबारों पोर्टल चैनल पर इसकी आवाज उठाई तो उनके बलिदान दिवस पर 12 फरवरी 2023 को कुछ समाजसेवी जिसमें जगदंबा प्रसाद गुप्ता मोतीगंज सहित अन्य लोग आए लेकिन शासन प्रशासन के जिम्मेदार यहां काटने तक नहीं आए परिजनों ने आरोप लगाया है कि जब देश की आजादी के लिए अपनी जान की आहुति देने वाले लोगों या उनके परिवार के लोगों पर शासन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है तो किसी अन्य के परेशानी में शासन प्रशासन क्या साथ देगा उन्होंने कहा कि यह एक सोचने की बात है कि अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने वाले फजल अली को परिवार को आज कोई पूछने वाला नहीं है इनके परिवार की उपेक्षा की जा रही ऐसा फजल अली के परिवार ने आरोप लगाया अमर शहीद का गांव उत्तर प्रदेश के जनपद गोंडा के मोतीगंज थाना क्षेत्र के मोतीगंज बाजार से 5 किलोमीटर दूर राजगढ़ मिर्जापुरवा में है जिन का बलिदान दिवस हर वर्ष 12 फरवरी को पड़ता है क्योंकि 12 फरवरी अट्ठारह सौ सत्तावन को अंग्रेजों की छक्का छुड़ाते हुए फजल अली शहीद हुए थे!
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