जिला मुख्यालय को रेलवे से जोड़ने का प्रोफेसर सिब्बन लाल सक्सेना के सपने को पंकज चौधरी ने किया पूरा
सांसद पंकज चौधरी ने पूरे मनोयोग से किया प्रयास -- गुड्डू खान पूर्व चेयरमैन नगरपालिका नौतनवा
उमेश तिवारी
महराजगंज:आज से 58 साल पहले प्रोफेसर शिब्बन लाल सक्सेना ने महराजगंज, निचलौल एवं ठूठीबारी कस्बे को रेल मार्ग से जोड़ने का प्रयास किया था। लेकिन उनके द्वारा किया गया प्रयास आज पंकज चौधरी ने पूरा किया।
बताते चलें कि प्रोफेसर सक्सेना के प्रस्ताव को संसद में स्वीकृत नहीं किया गया। तब से लेकर आज तक जिला मुख्यालय को रेल मार्ग से जोड़ने का प्रयास करने का दावा हवाहवाई साबित होता रहा है।
बात वर्ष 1964 की है। उस वक्त सांसद प्रोफेसर शिब्बन लाल सक्सेना ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से गोरखपुर को महराजगंज, निचलौल, ठूठीबारी से जोड़ने के लिए 50 मील रेलवे लाइन बिछाने के लिए प्रयास किया। वर्ष 1978 में प्रोफेसर सक्सेना ने एक प्रस्ताव संसद में रखा था। लेकिन वह स्वीकार नहीं हुआ।
उस वक्त प्रोफेसर सक्सेना ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि रेल मंत्रालय के पक्षपात से मेरी आत्मा को गहरा दुःख हुआ है। प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को पत्र लिखकर उन्होंने कहा कि मेरी मांग है कि खलीलाबाद से बलरामपुर तक प्रस्तावित 100 मील लंबी रेलवे लाइन के स्थान पर 50 मील लंबी गोरखपुर से महराजगंज, निचलौल और ठूठीबारी तक रेल लाइन का निर्माण कराया जाय।
तब से लेकर आज तक जिला मुख्यालय महराजगंज को रेलवे से जोड़ने की कवायद की गई।
इस संबंध में नगरपालिका नौतनवा के पूर्व चेयरमैन गुड्डू खान ने कहा कि रेलवे को जिला मुख्यालय से जोड़ने में केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री व सांसद पंकज चौधरी ने पूरे मनोयोग से प्रयास किया तब जाकर सफलता मिली है। महराजगंज की समस्त सम्मानित जनता उनके प्रति आभार प्रकट करती है।
सांसद पंकज चौधरी ने कहा कि जिला मुख्यालय को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए हर संभव कोशिश की गई। इसके लिए रेल मंत्रालय से लेकर संसद में बार बार आवाज उठाई गई। क्षेत्रवासियों की भावनाओं को देखते हुए मैने पूरे मनोयोग से प्रयास किया है जिसके फलस्वरूप आज यह सफलता मिली है। इस बजट में महराजगंज मुख्यालय को रेलवे से जोड़ने के लिए 307 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है।
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