अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में गुरु रविदास जी की जयंती ऑनलाइन मनाई गई । बच्चों ने वर्चुअल प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया ।
05 फरवरी को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ऑनलाइन ‘‘गुरू रविदास जी‘‘ की जयन्ती मनायी गयी। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने ऑनलाइन बच्चों को बताया कि गुरू रविदास (रैदास) का जन्म काशी में माघ पूर्णिमा दिन रविवार को संवत 1433 को हुआ था। उनके जन्म के बारे में एक दोहा प्रचलित है। ‘‘चौदह से तैंतीस कि माघ सुदी पन्दरास। दुखियों के कल्याण हित प्रगटे श्री रविदास‘‘। उनके पिता संतोखदास तथा माता क नाम कर्मा देवी था। उनकी पत्नी का नाम लोना बताया जाता है। रविदास ने साधु-सन्तों की संगति से पर्याप्त व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया था। वे जूते बनाने का काम किया करते थे और ये उनका व्यवसाय था । रविदास अपना काम पूरी लगन तथा परिश्रम से करते थे और समय से काम को पूरा करने पर बहुत ध्यान देते थे। संत रामानन्द के शिष्य बनकर उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किया। संत रविदास ने स्वामी रामानंद जी को कबीर साहेब जी के कहने पर गुरू बनाया था, जबकि उनके वास्तविक आध्यात्मिक गुरू कबीर साहेब ही थे। उनकी समयानुपालन की प्रवृति तथा मुधर व्यवहार के कारण उनके सम्पर्क मे आने वाले लोग भी बहुत प्रसन्न रहते थे। प्रारम्भ से ही रविदास जी बहुत परोपकारी तथा दयालु थे और दूसरों की सहायता करना उनका स्वभाव बन गया था। साधु-सन्तो की सहायता करने में उनको विशेष आनन्द मिलता था। वे उन्हे प्रायः मूल्य लिये बिना जूता भेंट कर दिया करते थे। गुरू रविदास शेष समय में ईश्वर-भजन तथा साधु-सन्तों के सत्संग में व्यतीत करते थे। रविदास जी के सेवक इनको ‘‘सतगुरू‘‘, ‘‘जगतगुरू‘‘ आदि नामों से सत्कार करते है। रविदास जी ने दया दृष्टि से करोड़ो लोगो का उद्धार किया जैसे-मीराबाई मन चंगा तो कठौती में गंगा। ‘‘गुरू रविदास जी‘‘ के जन्मदिवस पर विद्यालय में ऑनलाइन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसमें हिन्दी एवं अंग्रेंजी दोनों भाषाओं में भाषण का आयोजन किया गया जिसमें तन्मय श्रीवास्तव, तान्या श्रीवास्तव, विनायक मिश्रा, मेधावी सिंह, मरियम आब्दीन, अराध्या श्रीवास्तव, अनुष्का दुबे एवं अनुराग दुबे आदि छात्र छात्राओं ने अपना-अपना विचार संत रविदास के बारे में प्रस्तुत किया। इसी क्रम में कला व पोस्टर के अन्तर्गत मेधावी सिंह, मरियम आबदीन, आदित्य श्रीवास्तव, अक्षत श्रीवास्तव, उपासना रैकवार एवं अनुराग दुबे नें अपने-अपने कला का प्रदर्शन करते हुए संत रविदास के द्वारा कही गयी चौपाइंयों को कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया। इसी अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत गीत "गुरु रविदास की गाथा गाते हैं " नामक गीत पर मेधावी सिंह ने बहुत ही सुंदर व मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। ‘‘गुरू रविदास जी‘‘ के जन्मदिवस के अवसर पर ऑनलाइन विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी जी सहित उप प्रधानाचार्य आशुतोष पाण्डेय, संतोष श्रीवास्तव, शिखा पाण्डेय अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज) के उपस्थिति में ‘‘गुरू रविदास जी‘‘ की जयंती मनाई।
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