पं. बागीश कुमार तिवारी
गोंडा शासन-प्रशासन की मंशा को ताक पर रखते हुए सरकार के नुमाइंदे ही जिम्मेदार पदों पर रहते हुए भूल रहे हैं अपने दायित्वों को।जहां जनता को सरकार विभिन्न योजनाओं से प्रत्येक दशा में आच्छादित करने के लिए प्रतिबद्ध है,वहीं दूसरी तरफ जनपद के पूर्ति विभाग में बैठे जिम्मेदार जनता का फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते हैं।जिससे विभागीय संरक्षण में खुलेआम एक दिव्यांग के हक पर डाका डाला जा रहा है।और उसे मिलने वाले मुंह के निवाले में भी कमी की जा रही है।जनपद के झंझरी ब्लॉक अंतर्गत शिवा बख्तावर में दिव्यांग गोविंदाचार्य जी ने बताया कि मैं शरीर से दिव्यांग हूं।और अभी तक अंत्योदय कार्ड पर मुझे राशन 35 किलो मिलता था लेकिन विगत काफी दिनों से 30 किलो ही मिल रहा है। मेरे राशन में भरपूर कटौती की जा रही है। जिसकी शिकायत लगातार 1076 पर कम राशन मिलते ही मैं तुरंत करता हूं।तथा मैंने जिला पूर्ति अधिकारी को अनेकों बार फोन किया लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ इस संबंध में गोविंदाचार्य ने यह भी बताया कि मैं अपनी फोटो दिव्यांगता के साथ जिलाधिकारी को कई बार लिखा लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने बताया कि लगातार लगभग आठ महीने से कोटा अटैच चल रहा है,जबकि तीसरे महीने तक निलंबित कोटे की संपूर्ण कार्यवाही हो जानी चाहिए। गोविंदाचार्य ने यह भी कहा कि जनपद के मुखिया भी मेरी आवाज नहीं सुन रहे हैं जबकि उनके व्हाटसेप पर भेजा जा चुका है।ऐसे में पूर्ति विभाग अपने कारनामों को लेकर लगातार सुर्खियों में बना रहना ही पसंद करता है।और गोविंदाचार्य की मांग है कि जनपद के ऐसे दायित्व के प्रति उदासीन अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। मामले के सम्बन्ध में जिलापूर्ति अधिकारी को लगातार दो बार फोन किया गया लेकिन रिसीव नहीं हुवा।
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