कुलदीप तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या से हर हर महादेव व भोलेनाथ के गूंजते जयकारो के बीच अटठाईवें राष्ट्रीय एकता महोत्सव का सई तट पर खूबसूरत आगाज अपना अंदाज बयां करने लगा। वहीं महाशिवरात्रि को लेकर बाबा धाम मे जुटने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था भी पूर्ण हो उठी लकदक दिखने लगी। 1996 में प्रदेश सरकार के तत्कालीन राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रमोद तिवारी के प्रयास से बाबा धाम मे राष्ट्रीय एकता महोत्सव की शुरूआत हुई। महोत्सव रजत जयंती की सफलता के साथ दिनोदिन देश की एकता के लिए अपनी मिसाल बनाता आ रहा है। पहले महोत्सव से अब अटठाइसवे महोत्सव की सफलता के सूत्रधार राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने भी शुक्रवार की शाम बाबा धाम पहुंचकर तैयारियों का फाइनल टच देखा। महोत्सव आयोजन में क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना का सतत प्रयास भी इसकी सफलताओं की पटकथा का एक चमकता अध्याय बनकर सामने है। बाबा धाम में जुटे श्रद्धालु भी धाम के अदभुत विकास व सौन्दर्यीकरण को लेकर प्रमोद तिवारी के प्रयासों की सराहनीय चर्चा मे देखे सुने गये। महोत्सव मे चोटी के कलाकारो की प्रस्तुतियां तथा सई तट पर गीत तथा संगीत की अविरल धारा श्रद्धालुओं के लिए महाशिवरात्रि के महापर्व के आध्यात्मिक उत्सव को चार चांद लगा दिया करता है। महोत्सव नामचीन कलाकारो के साथ स्थानीय कलाकारों के भी भरपूर उत्सावर्धन का एक सशक्त सांस्कृतिक एवं कला के मंच के रूप में भी हर वर्ष धनी नजर आया करता है। स्वस्फुटित देवलिंग बाबा घुइसरनाथ आदिगंगा सई के तट पर हजारों हजार वर्ष पूर्व प्रस्फुटित हुए। तब से लेकर अब तक स्थानीय तथा दूरदराज के शिवभक्त महाशिवरात्रि पर हर वर्ष बाबा की आराधना के लोकमंगल का दीप जलाया करते हैं। उबडखाबड तथा कंकरीली सडक अब बाबा धाम के लिए लालगंज से सांगीपुर तथा इसके चारों ओर प्रमोद तिवारी के प्रयास से हाइवे का रूप ले बैठी है। बाबा धाम मे भी विशाल दर्शक आडीटोरियम तथा महिला दर्शक आडीटोरियम के साथ दो दो पैदल यात्री सेतु, रीवर फ्रन्ट, फव्वारा, सोलर पावर प्लाण्ट, परिक्रमा मार्ग एवं इस पर पक्के छाजन, सई नदी पर खूबसूरत घाट, गंगा सागर, संगमरमर से तरासी गयी बाबा धाम की सीढ़ियां व ग्रेनाइट के खूबसूरत पत्थरो से आलोकित दिव्य मंदिर अब बाबा धाम को पर्यटन का एक खूबसूरत केन्द्र का दर्जा दिये हुए दिखता है। बाबा धाम के इन अलौकिक विकास की पटकथा प्रमोद तिवारी तथा क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना की नितनूतन प्रयासों को भी सार्थक सिद्धि प्रदान किये हुए है। भोर का पौ फटते ही बाबा धाम मे देवाधिदेव के दर्शन को आतुर हजारों शिवभक्त महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व ही यहां रैनबसेरा किया करते है। आंचलिक एवं क्षेत्रीय श्रद्धालुओं के साथ अमेठी, सुल्तानपुर, रायबरेली, प्रयागराज, कौशांबी, जौनपुर से भी बडी संख्या मे बाबा घुइसरनाथ के जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं का जमावडा और एकता के सुर ताल का अनूठा संगम अटठाईसवें महोत्सव को परवान चढ़ाने की ओर है....।
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