रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। प्रकृति प्रेमियों ने अभियान चलाकर कंप्यूटर सीख रहे छात्र-छात्राओं को जागरूक किया।
टर्टल सर्वाइवल एलायंस इंडिया और नेचर क्लब फाउंडेशन के तत्वावधान में सरयू नदी स्वछता अभियान के तहत प्रकृति प्रेमियों ने शनिवार को करनैलगंज रेलवे स्टेशन के सामने स्थित एकेडमी ऑफ कम्प्यूटर लर्निंग में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें बैच वाइज करीब 200 प्रशिक्षुओं को जलवायु परिवर्तन, जीवविविधता विनाश आदि के बारे में जानकारी दी गई। अभिषेक दुबे ने बताया कि हमारे पूर्वजों ने गांवों में तालाब, बाग, मिट्टी, हवा को बचाकर रखा था लेकिन आज हम विकास के नाम पर उन सबको तबाह कर रहे हैं जिससे हमारी हवा, पानी, मिट्टी, भोजन आदि प्रदूषित हुआ है। विकास का सही अर्थ जीवनस्तर में सुधार लाना है जबकि हमने नदी, तालाब, बाग, पशु-पक्षी आदि को नष्ट करके व अपने हवा-पानी-मिट्टी को प्रदूषित करके अपना जीवन बदतर बना लिया है। हमें प्रकृति को बचाने का मार्ग चुनना चाहिए। कछुओं पर शोध कर रहीं श्रीपर्णा दत्ता ने बताया कि कटरा घाट स्थित सरयू नदी में कछुओं की 9 प्रजातियां हैं जिनमें 8 संकटग्रस्त हैं और उनके संरक्षण के लिए हमें सरयू नदी स्वच्छता अभियान से सभी को जुड़ना चाहिए ताकि लोगों में नदी के प्रति संवेदना ला सकें। मनीष ने आग्रह किया कि पूजा-पाठ के बाद बचे हुए राख, फूल-पत्ती आदि को पेड़ों की जड़ों में डालें, धातु की बार बार प्रयोग होने वाली मूर्तियां ही लें और अन्य मूर्तियों को भी नदी में डालने के बजाय किसी पेड़ के किनारे रख दें। साज़िद ने बताया कि नेचर क्लब गोण्डा में पर्यावरण व पशु-पक्षियों को बचाने के लिए प्रयास कर रहा है जिसमें युवाओं के साथ की जरूरत है व सभी को इससे जुड़ना चाहिए। ख़ालिद उमर ने लोगों को प्रकृति व प्राणियों के प्रति संवेदनशील बनने का अनुरोध किया और सिंगल यूज प्लास्टिक को हटाने व नदियों को निर्मल बनाने के लिए प्रयास करने को कहा।
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