उमेश तिवारी
महराजगंज:सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने बताया कि चीफ फार्मासिस्ट सत्येंद्र कुमार सिंह के खिलाफ कई गंभीर आरोप थे। डीएम ने जांच के लिए शासन को पत्र भेजा था। सहायक निदेशक स्वास्थ्य के आदेश के बाद भी चीफ फार्मासिस्ट को कार्यमुक्त नहीं किया गया था। इस मामले में पूछताछ करने के बाद सीएमओ ने चीफ फार्मासिस्ट को कार्यमुक्त कर दिया है।
बताते चलें कि महराजगंज जिले में करीब डेढ़ दशक से कुंडली मारकर बैठे सीएमओ कार्यालय के चीफ फार्मासिस्ट सत्येंद्र कुमार सिंह को आखिरकार हटा दिया गया है।उनके खिलाफ कई सारी शिकायतें सामने आ रहीं थी।
चीफ को हटाने के लिए कमिश्नर के सख्त आदेश पर अपर निदेशक चिकित्सा,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण गोरखपुर ने आठ फरवरी को ही शासन से जांच पूरी होने तक कुशीनगर सीएमओ कार्यालय से अटैच कर दिया था, लेकिन सीएमओ चीफ फार्मासिस्ट को कार्यमुक्त नहीं कर रही थी, बल्कि सीएमओ चीफ फार्मासिस्ट सत्येंद्र कुमार सिंह को बचाने के लिए शासन को पत्र भी लिखा था।
मामला संज्ञान में आने के बाद शुक्रवार को सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया सीएमओ कार्यालय पहुंचे। सीएमओ से हटाए गए फार्मासिस्ट को कार्यमुक्त नहीं करने का कारण पूछा। मामला गंभीर होता देख सीएमओ डॉ. नीना वर्मा ने चीफ फार्मासिस्ट सत्येंद्र कुमार सिंह को कुशीनगर सीएमओ कार्यालय में पदभार ग्रहण करने के लिए कार्यमुक्त कर दिया। इस कार्रवाई से सीएमओ कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के दखल से चलते हुए एक्शन
डीएम महराजगंज सत्येंद्र कुमार ने 25 जुलाई 2022 को सीएमओ कार्यालय के चीफ फार्मासिस्ट सत्येंद्र कुमार सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा था। पत्र में जनपद महराजगंज के हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के सीएचओ के उपयोग के लिए क्रय की गयी सामग्रियों की तीन सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट शामिल थी।
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