गोण्डा। पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राम शंकर मिश्र उर्फ कंचन व मंत्री एहतियाज मोहम्मद सिद्दीकी की अगुवाई में तहसील में पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी। इसके बाद डीएम को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम आकाश सिंह को सौंप कर तत्काल कार्यवाई की मांग किया।
मंगलवार को दोपहर बाद अधिवक्ता आलोक कुमार सिंह के मामले को लेकर खोडारे पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगे। आक्रोशित अधिवक्ताओं ने आरोपी सिपाहियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने की मांग किया।
बताते चले कि पीडित अधिवक्ता का आरोप है कि रविवार की शाम अपने निजी काम से खाली होकर घर जा रहा था। जब बिजहरिया गांव के पास खडंजा मार्ग खोडारे थाना के आरक्षी मोहित सिंह व विवेक सिंह खडे थे।
जैसे ही देखा तो वाइक रोक कर चाभी निकाल लिये मैने कारण पूछा तो गाली देने लगे और जेब में रखे पच्चीस सौ रूपये निकाल लिये। धक्का देकर वाइक गिरा दिये।वाइक गिर गयी तो डिक्की में रखे तहसील के तमाम कागज निकाल कर फाड दिये।विभिन्न प्रकार की अभद्रता करते हुए बेईज्जत किये।
मनाकरने पर ठीक कर देने व अन्य तरह की धमकी देते हुए जान से मार डालने दे डाले।घटना को तमाम लोगो ने देखा व सुना है।इस प्रकरण की जांच कराके एफ आई आर दर्ज कराने की मांग की गयी है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम आकाश सिंह ने उक्त प्रकरण में सीओ सौरभ वर्मा को पत्र भेजकर जांच कराने एवं आरोपियों पर कार्यवाई की बात कहे। इसकी जानकारी डीएम व एसपी को भी एसडीएम ने दी है। ज्ञापन के समय अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष सीके पाठक व श्रवण कुमार शुक्ल,पीएस पान्डेय,राम बहाल गौतम,चन्द्र प्रकाश वर्मा,श्यामलाल शुक्ला, अजय कुमार शुक्ला,केदारनाथ मिश्र,अवधेश मिश्र,पंकज पाठक,विकास गिरि,अरूण पान्डेय,सुधीर श्रीवास्तव,उमाकांत शुक्ल सहित दर्जनो अधिवक्ता मौजूद रहे।
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