राज कुमार वर्मा
सालपुर गोण्डा। फैजाबाद बाईपास पर स्थित एक मैरिज लान में दिनाँक 28.01.2023 को प्रशासन द्वारा आयोजित स्वच्छ भारत मिशन फेज-2 के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 हेतु जनपद स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का जनपद के समस्त विकासखण्ड से आए हुए सैकड़ों ग्राम प्रधानों ने बहिष्कार कर दिया।
प्रधानों ने एक स्वर में प्रधान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए और कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रधान नारे लगाते हुए लॉन से बाहर सड़क पर आ गये। प्रधानों का कहना है कि प्रशासन तानाशाही रवैया अपना कर प्रधानों को नाजायज परेशान कर रहा है।
प्रशासन की तानाशाही इस कदर हावी है कि ग्राम प्रधान चाहकर भी जनता के हित में कार्य नहीं कर पा रहे हैं। क्षेत्र की जनता प्रधानों से क्षेत्र में नाली खड़ंजा, सोख्ता बनाने की उम्मीद लगाए रहती है परन्तु प्रशासन द्वारा मात्र स्कूल सामुदायिक शौचालय आदि के कायाकल्प पर ही धन खर्च करने को कहा जाता है।
जिन प्रधानों द्वारा खड़ंजा सोख्ता नाली आदि का निर्माण करा दिया गया है जिनका भुगतान नही किया जा रहा है। नेटवर्क कभी रहता है कभी नही रहता है ऐसे में मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाने में परेशानी होती है। बिना हाजिरी के मजदूरों के मेहनत की मजदूरी नही मिल पाता है जिससे मजदूरी अपने पास से देना पड़ता है।
मनकापुर के ग्राम पंचायत दुरौंधा के प्रधान ने मीडिया को बताया कि सामुदायिक शौचालय के साफ सफाई का मानदेय प्रधान का मानदेय और गौशाला के गौरक्षक का मानदेय मिलकर दो लाख 40 हजार रुपए मानदेय देना पड़ता है।
प्रधानों ने एक स्वर में कहा कि जनता कुछ अपेक्षाएं लेकर हमें चुनती है परन्तु प्रशासन द्वारा हमें जनता की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरने दिया जाता है। जबकि जनता द्वारा प्रधानों को ही दोष दिया जाता है।
प्रधानों का कहना है कि यदि प्रशासन हमारे कष्ट को नहीं समझेगा तो हम धरना प्रदर्शन करेंगे। प्रधानों द्वारा जताए गए विरोध के चलते प्रशासन की भारी तैयारी स्वच्छ भारत मिशन फेज-2 के कार्यशाला का रंग फीका पड़ गया।
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