बीपी त्रिपाठी
गोण्डा 11 जनवरी। गन्ना पेराई सत्र शुरू होते ही सडकों पर ओवरलोड टैक्टर ट्रालियां व ट्रक हादसे को दावत दे रहे हैं। इससे हर वर्ष कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। सकरा रास्ता हो या हाईवे इनका हर तरफ कब्जा रहता है।
लोग इस परेशानी को गन्ना सीजन में करीब पांच महीने तक झेलते है। अन्य वाहनों को ओवरटेक करने के लिए कई किलोमीटर तक पीछे लगकर घंटो तक इंतजार करना पडता है। इटियाथोक क्षेत्र में बलरामपुर चीनी मिल के कई गन्ना क्रय केंद्र संचालित है।
इन क्रय केंद्रो से तौल के बाद लाखों क्विंटल गन्ना आपूर्ति मिल को पहुंचाई जाती है। ढुलाई के लिए लगाये गए वाहनों पर अधिक मुनाफा कमाने के लिए वाहन स्वामी नियमों को ताक पर रखकर ओवरलोड गन्ने की भराई कर रहे है।
अन्य मार्गो समेत थाना के सामने से नियम का उलंघन कर मानक से दोगुना भार यहां लादकर ले जाया जा रहा है। इस पर पुलिस व परिवहन विभाग कार्रवाई करने से बच रहे हैं। जन चर्चा है कि गन्ने की ढुलाई करा रहे ठेकेदारों से स्थानीय प्रशासन मोटी रकम वसूल रहा है।
बदले में वाहन चालकों को अभय दान दिया जा रहा है।जिसके कारण हर वर्ष दुर्घटनाएं होती हैं। इन्ही ओवरलोड वाहनों की वजह से राहगीरों को हरदम अनहोनी की आशंका बनी रहती है।
इटियाथोक बिशुही पुल से लेकर करूवापारा पेट्रोल पंप तक हाईबे पर आएदिन जाम की स्थिति बनी रहती है। चुरिहारपुर, परसिया बहोरीपुर, हरैयाझूमन, इटियाथोक- बाबागंज मार्ग पर सकरा रास्ता होने के वजह से आए दिन लादकर लोगों के जिंदगियों से खिलवाड़ किया जा है और प्रशासन तमाशबीन बना हुवा है।
बीते 8 जनवरी को थाना क्षेत्र के पर्सिया बहोरीपुर में गन्ना लादकर जा रहे ओवरलोड ट्रक की टक्कर से पिता पुत्र की दर्दनाक मौत हो चुकी है। इस घटना में पत्नी व बेटी घायल है।प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा कि मामला आरटीओ से संबंधित है इसके बावजूद कार्रवाई की जाएगी।
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