रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। करनैलगंज के रामलीला मैदान में चल रहे श्रीराम कथा महोत्सव में श्रीराम कथा सुनकर भावविभोर श्रद्धालुओं की तालियों की तड़तड़ाहट से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो चुका है।
अंतरास्ट्रीय कथावाचक रमेश जी शुक्ल से श्रीराम कथा सुनने के लिए नगर के अलावा दूर दराज इलाकों से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में आ रहे है। रामकथा में कथावाचक ने कहा भगवान राम व उनके भाइयों में लक्ष्मण व भरत के चरित्र पर विस्तार से बताते हुए कहा कि त्याग तथा वन प्रवास के दौरान युद्ध की कथा बड़े ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया।
कथा वाचक ने प्रसंग के बीच सन्देश देते हुए कहा कि किसी को अपने भाइयों के साथ छल कपट नही करना चाहिए। भाइयों के साथ हमेशा मिलकर चलना चाहिए। यदि भाई, बहन, पिता या सास, ससुर से बंटवारा करना है तो उसके साथ सम्पत्ति का बंटवारा न करके विपत्ति का बंटवारा करो। उनके के साथ किया हुआ छल आपके बच्चों पर बुरा असर डालते हैं।
आगे चलकर वो बच्चे भी ऐसा करेंगे। तो परिवार का विघटन होगा और आपकी आत्मा को तकलीफ होगी। कथा के साथ ही श्रीराम नाम की संगीतमय धुनों व भजनों पर श्रद्धालुओं के जयकारों व तालियों की गूंज पूरे नगर में होती है।
कथा के दौरान कथा वाचक रमेश जी शुक्ला ने भगवान श्री राम के भाइयों लक्ष्मण व भारत के संस्कारों से लोगों को सीख लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि रामचरित्र मानस केवल पढ़ने से कोई फल नहीं मिलता बल्कि उसमें दिए गए विचारों को जीवन में उतारने से सम्पूर्ण फल मिलता है।
कार्यक्रम का संचालन पंडित निर्मल शास्त्री ने किया कथा के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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