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प्रतापगढ़:जिलाधिकारी ने राजस्व प्रशासन एवं कर-करेत्तर राजस्व संग्रह की समीक्षा की



 वेदव्यास त्रिपाठी 

प्रतापगढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल की अध्यक्षता में कल देर सायंकाल कलेक्ट्रेट के सभागार में राजस्व प्रशासन एवं कर-करेत्तर राजस्व संग्रह की समीक्षा की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने विद्युत देय, खनन, आबकारी, परिवहन विभाग, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन, बाट-माप, वन, मण्डी, वाणिज्य कर सहित अन्य विभागों के राजस्व वसूली की समीक्षा की।


 परिवहन विभाग, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन तथा वाणिज्य विभाग की समीक्षा में लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व की वसूली काफी धीमी पायी गयी जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते एआरटीओ दिलीप कुमार गुप्ता, एआईजी स्टाम्प शैलेन्द्र कुमार सिंह तथा वाणिज्य कर अधिकारी राम भवन फटकार लगाते हुये निर्देशित किया कि लक्ष्य के सापेक्ष वसूली में तेजी लायी जाये, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही एवं शिथिलता न बरते। 


इसी प्रकार विद्युत विभाग की समीक्षा में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति ठीक न पाये जाने पर जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियन्ता विद्युत को निर्देशित किया कि विभागीय लक्ष्य की प्राप्ति शत प्रतिशत सुनिश्चित करें। चकबन्दी विभाग की समीक्षा में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि यदि किसी गांव में प्रायोजित ढंग से चकबन्दी प्रक्रिया का विरोध किया जा रहा है तो उपजिलाधिकारी एवं सीओ चकबन्दी स्वयं गांव में बैठक कर सही वस्तु स्थिति से अवगत करायें।


 जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि चकबन्दी प्रक्रिया जिन गांवों में चल रही है उसे नियमानुसार शीघ्र पूर्ण कराया जाये। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की समीक्षा में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जिन दुकानदारों को आरसी जारी की गयी है उनसे वसूली की कार्यवाही की जाये। खाद्य पदार्थो में मिलावट करने वाले दुकानदारों को नोटिस दी जाये। 


बैठक में तहसीलवार राजस्व वसूली की समीक्षा में जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदारों की क्लास लेते हुये कहा कि अमीनों द्वारा मानक के अनुसार राजस्व वसूली नही की जा रही है, नायब तहसीलदार राजस्व वसूली के सम्बन्ध में कोई रूचि नही ले रहे, क्षेत्र में जा ही नही रहे है। 


उन्होने नायब तहसीलदारों से यह भी पूछा कि अमीनों द्वारा वसूली के मानक क्या है, एक अमीन को कितना वसूलना है की जानकारी प्राप्त की जिस पर नायब तहसीलदारों ने सही जवाब नही दिया। 


जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदारों को सचेत करते हुये निर्देशित किया कि अमीनों द्वारा राजस्व वसूली के कार्यो में तेजी लाये, जो भी अमीन राजस्व वसूली के कार्य में लापरवाही बरते उनसे स्पष्टीकरण प्राप्त करें। राजस्व वसूली के कार्यो में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही पर सम्बन्धित नायब तहसीलदार के विरूद्ध  आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। 


बैठक में जिलाधिकारी आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के सम्बन्ध में तहसीलवार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान पाया गया कि तहसील पट्टी में आईजीआरएस में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरती जा रही है एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण नही किया जा रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुये उपजिलाधिकारी पट्टी देश दीपक सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।


 इसी प्रकार जिलाधिकारी ने अन्य उपजिलाधिकारियों को सचेत किया कि आईजीआरएस पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण करें, फर्जी निस्तारण कदापि न करतें। उन्होने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी का स्पष्ट निर्देश है कि जन शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से किया जाये, इसलिये सभी अधिकारीगण इस पर विशेष ध्यान दें।


जिलाधिकारी ने अन्त में सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की शत् प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित की जाये इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये, जिन विभागों द्वारा आरसी जारी की गयी है राजस्व अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर उनकी वसूली सुनिश्चित करायें। उन्होने कहा कि राजस्व वसूली में शिथिलता बरतने पर सम्बन्धित विभाग के अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी, इसलिये सम्बन्धित अधिकारी अपने-अपने दायित्वों का सम्यक निर्वहन करें, लापरवाही कदापि न बरते।


 बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) त्रिभुवन विश्वकर्मा, मुख्य राजस्व अधिकारी राकेश पटेल सहित समस्त सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार उपस्थित रहे।

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