मोहम्मद सुलेमान
गोंडा ! शनिवार को बी आर सी वजीरगंज में नोडल शिक्षक एवम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के उन्मुखीकरण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बी आर सी वजीरगंज में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन ए आर पी घनश्याम मौर्या ने किया।
कार्यशाला का प्रारंभ मुख्य अतिथि खंड विकास अधिकारी विजयकांत मिश्रा, खंड शिक्षा अधिकारी वजीरगंज हर्षित पांडेय आंगनबाड़ी की मुख्य सेविका दीपाली सिंह, पूनम पांडे, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अवनीश पाण्डेय, मंत्री आनंद सिंह द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवम माल्यार्पण द्वारा किया गया।
सरस्वती वंदना सहायक अध्यापिका प्रीति मौर्या, राज्यश्री सिंह,मिथिलेश विश्वकर्मा एवम उमा सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी वजीरगंज ने कार्यशाला आयोजित करने का उद्देश्य एवं क्रियान्यवयन पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आंगनबाड़ी की सुपरवाइजर दीपाली सिंह ने कहा कि बाल विकास एवम शिक्षा विभाग के समन्यव से हम शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है।
शासन द्वारा बाल वाटिका के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उसको हमारी आंगनबाड़ी की बहने नोडल शिक्षक के सहयोग से निर्धारित समय में प्राप्त करने हेतु पूरा प्रयास कर रही हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ए आर पी धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्यवयन अप्रैल 2022 से लागू होना है इसके लिए हमें विद्यालय को तैयार करना है जिसमे बच्चों को खेल आधारित गतिविधियों में संलग्न करना, मांशपेशियों के विकाश से संबंधित क्रियाकलाप कराना, कक्षा को प्रिंट रिच के द्वारा बच्चों के लिए तैयार करना आदि कार्य कर सकते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ए आर पी अशोक कुमार मौर्य ने कहा कि आदि काल से ही हम शिक्षा से जुड़े है और समय समय पर परिवर्तन होते रहे लेकिन कभी पूर्ण नहीं हुआ और आज भी परिवर्तन की आवश्यकता होती है। पूर्व मे जो शिक्षा नीति थी वो उस समय की आवश्यकताओं पर आधारित थी और नई शिक्षा नीति 2020 वर्तमान समय की आवश्यकताओं पर आधारित है। इसमें इसमें 3 से6 साल के बच्चों को भी विद्यालयी शिक्षा से जोड़ने का प्रयास किया गया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के मंत्री आनंद सिंह ने सामुदायिक सहभागिता एवम टी एल एम का प्राथमिक शिक्षा मे महत्व पर विस्तृत रूप से चर्चा की।कार्यक्रम में कंपोजिट विद्यालय वजीरगंज के अध्यापक/ अध्यापिकाओं संतलाल पाण्डेय,विक्की रजक, मनोज श्रीवास्तव,राकेश दुबे,रविन्द्र मौर्या,स्वप्निल सिंह के सहयोग से तैयार किया गया बच्चो का सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
जिसमे अभिनय गीत एवं लघु नाटिका के द्वारा शिक्षा के महत्व को बताया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वजीरगंज के सी डी पी ओ दुर्गेश गुप्ता ने कहा कि बच्चे की प्रारंभिक देखभाल और शिक्षा ग्रहण करने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की है बच्चे की शिक्षा का सीधा संबंध उसके स्वास्थ्य से होता है अतः हमें बच्चे के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कंपोजिट विद्यालय धनेश्वरपुर के सहायक अध्यापक नरेंद्र कौशल ने आज से 40 से 50 साल पहले की शिक्षा और आज की आधुनिक शिक्षा पर चर्चा की।कार्यशाला को ए आर पी गंगेश्वर प्रसाद,प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अवनीश पांडेय,माधवराव शुक्ला,अवनीश मिश्रा,बजरंग सिंह, राधेश्याम तिवारी, शिवनाथ , आंगनबाड़ी सुपरवाइजर पूनम पांडेय ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में महिला आरक्षी प्रीति वर्मा के नेतृत्व में पांच सदस्यीय आरक्षियों द्वारा महिला सुरक्षा से संबंधित विभिन्न जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खंड विकास अधिकारी विजयकांत मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि कायाकल्प योजना में सभी विद्यालयों को 19 पैरामीटर पर संतृप्त करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि विद्यालयों का भौतिक परिवेश सुंदर हो।
अंत में प्रतिदिन विद्यालय आने वाले बच्चों एवम उनके अभिभावकों को एवं अपने विद्यालय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। इसके बाद आदरणीय खंड शिक्षा अधिकारी वजीरगंज द्वारा कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गई।
कार्यक्रम में प्रदीप शुक्ला, सुरेन्द्र प्रताप सिंह, संतोष सिंह,सुधाकर मिश्र,शिव नरायन पाठक, अंतिमा सिंह, आकांक्षा गुप्ता, मीनाक्षी सिंह, रितु तिवारी, संतोष पटेल,यति बाजपेई,नेहा सिंह ,आभा मिश्रा, नीलू सिंह, सुधा कश्यप,संतोषिनी श्रीवास्तव, संध्या कुमारी, राधेश्याम, अवनीश द्विवेदी, सुनील गोस्वामी,विष्णु गुप्ता, नवीन सिंह, आदि अनेक लोग उपस्थित रहे।
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