कृष्ण मोहन
गोण्डा:जिलाधिकारी समेत उच्चाधिकारियों को पत्र लिख कर स्थानीय लेखपाल के मिलीभगत से सरकारी नवीन परती, बंजर भूमि व वन भूमि पर भू-माफिया के कब्जे से जमीन को मुक्ति कराए जाने की मांग की है।
गोंडा तहसील क्षेत्र के बेसहपुर गांव निवासी सुधीर कुमार शुक्ल ने जिलाधिकारी,अध्यक्ष राजस्व परिषद लखनऊ और मण्डलायुक्त देवीपाटन मण्डल को दिए गए पत्र में आरोप लगाया है कि गोंडा तहसील के बेसहपुर गांव में गाटा सं 1725 का क्षेत्रफल 9.76080 है, जिसमें 4.3020 क्षेत्रफल नवीन परती व बंजर के रूप में खाते में दर्ज है, तथा 5.45800 सह खातेदारो के रूप में खतौनी में अंकित है।
सह खातेदारों में से किन्हीं एक दो खातेदारों से दुर्गा प्रसाद चौबे पुत्र बनवारीलाल, विपिन कुमार, सुरजीत कुमार व विनय कुमार पुत्रगण दुर्गा प्रसाद चौबे ने 0.445 हे0 भूमि पर बैनामा लेकर एक बड़े भू-भाग पर अनाधिकृत रूप से मकान बनाकर रह रहे है।
उक्त बैनामें की ओट में बैनामें से अधिक लगभग 1 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर हल्का लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक द्वारा मिलीभगत व सांठ-गांठ करके भू-माफिया द्वारा अवैध कब्जा करके खेती की जा रही है, तथा वन भूमि गाटा सं0 1645 / 4.6420 भूमि में लगभग 3 हेक्टेयर पर अवैध रूप से कब्जा करके खेती कर रहे है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि कई बार अवैध कब्जा हटाने हेतु सक्षम अधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया गया, लेकिन अवैध कब्जेदार एक दबंग आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति होने के कारण तथा स्थानीय कर्मचारीगण उसके दबाव में होने के कारण आख्या दी गयी कि उक्त भूमि का बंटवारा दायर करें,
जबकि हल्का लेखपाल एवं राजस्व निरीक्षक का यह दायित्व होता है कि नवीन परती व बंजर भूमि की सुरक्षा करे एवं अवैध कब्जा हटवाने की कार्यवाही करें।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ