रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। नगर से लेकर गांव तक लोग ठिटुरन भरी ठंड के कारण घरों में दुबके नजर आ रहे हैं। वहीं नगर हो या ग्रामीण क्षेत्र में प्रशासनिक व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। कहने को अलाव जलाया जा रहा है।
इतनी लकड़ी रखी जाती है जो एक घण्टे में जलकर केवल राख नजर आती है। नगर के प्रमुख चौक-चौराहों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड, रैन बसेरा आदि जगहों पर रह रहे बेसहारा लोग भगवान भरोसे हैं। नगर में देर शाम तक अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं दिखी।
कहीं-कहीं तहसील प्रशासन और नगर परिषद की ओर से अलाव की व्यवस्था करवाई भी गई लेकिन एक से दो घंटे ही अलाव जलाने लायक लकड़ी दिए गए वो भी देर शाम तक। रेलवे स्टेशन के सामने, बस स्टॉप आदि जगहों पर ससमय अलाव नहीं जलने से बेसहारा और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
गुरुवार शाम को रेलवे स्टेशन के पास यात्री कागज जलाकर ठिठुरन भरी ठंड से निजात पाने की जुगत में लगे दिखे। वहीं, बस स्टॉप के निकट बेसहारा लोग अलाव की तलाश में इधर-उधर भटकते दिखे। यही हालात सीएचसी तिराहे पर, चौक घंटाघर, मौर्यनगर चौराहा आदि जगहों पर भी देखने को मिले।
इस बाबत ईओ प्रियंका मिश्रा का कहना है कि अलाव की व्यवस्था करवाई जा रही। वहीं तहसीलदार नर्सिंग नारायन वर्मा का कहना है कि डाकबंगले में रैनबसेरे का इंतजाम करवाया गया है। अलाव यदि कम हैं तो बढ़ाया जाएगा।
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