अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज मे राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । विद्यालय के प्रबंध निदेशक ने छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के विषय में जानकारी दी ।
जानकारी के अनुसार प्रेस विज्ञप्ति 10 दिसम्बर, 2022 को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर में ‘‘राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस‘‘ मनाया गया। मानव अधिकार दिवस के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने बच्चों को बताया कि मानव अधिकार दिवस प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है। मानवाधिकारों की पहली वैश्विक घोषणा और नए संयुक्त राष्ट्र की पहली प्रमुख उपलब्धियों में से एक, मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा की 10 दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के अंगीकरण और उद्धोषणा का सम्मान करने के लिए तिथि का चयन किया गया था। मानवाधिकार वे विशेषाधिकारी है, जो हर व्यक्ति को उसके प्रतिदिन के सामान्य जीवन के हिस्से के रूप में प्रदान किया जाना चाहिए। उन्हें उन मौलिक अधिकारों के रूप में समझा जा सकता है, जिसका प्रत्येक व्यक्ति पूर्ण रूप से हकदार है। संस्कृति, त्वचा का रंग, धर्म, या अन्य किसी भी चीज के आधार पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है। मानव अधिकार इस ग्रह पर सभी मनुष्यों के लिए समान रूप से लागू हेते है। ‘‘राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस‘‘ के अवसर पर विद्यालय में भाषण, व कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भाषण के अन्तर्गत प्राइमरी ग्रुप से श्रेयांस सिह, अनय सिंह, मानिक श्रीवास्तव, अरित्र प्रकाश, आराध्या श्रीवास्तव, तनमय श्रीवास्तव एवं विनायक मिश्रा तथा सीनियर ग्रुप से गौरव त्रिपाठी, फैजा खान एवं माशू श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के बारे में अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया। इसी क्रम में कला के अन्तर्गत यति प्रकाश, मानिक श्रीवास्तव, आराध्या श्रीवास्तव, विनायक मिश्रा एवं अनय श्रीवास्तव ने अपनी-अपनी कला प्रदर्शन किया। अन्त विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने समस्त छात्र छात्राओं को समझाते हुए बताया कि गरीबी और अशिक्षा जैसे कारक उन्हें दूसरों और अमीर व्यक्तियों की दया के लिए मजबूर करते है। इसलिए, इन मानवाधिकार उल्लंघनों के मुद्दे को उठाने के लिए ‘‘मानव अधिकार दिवस‘‘ जैसे दिन का पालन करना बेहद आवश्यक है और अधिक से अधिक लोगों को अपने अधिकारो और विशेषाधिकारों के बारे मे जागरूक बनाने के लिए भी यह दिन काफी ज्यादा मायने रखता है। इस अवसर पर विद्यालय,उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, एक्टीविटी इचार्ज राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकायें उपस्थित रहे।
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