चंदन चौकी में आयोजित संत सम्मेलन में जुटी भारी भीड़
संत सम्मेलन में मंचासीन अतिथिगण एवं उपस्थित जन समुदाय।
आनंद गुप्ता
पलिया कलां। नेपाल सीमा पर जंगलों के मध्य आबाद कस्बा चंदन चौकी के सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित दो दिवसीय संत सम्मेलन के समापन दिवस पर भारत एवं नेपाल के बड़ी संख्या में संत व नागरिक उपस्थित हुए।
सम्मेलन को मुख्य अतिथि सीतापुर के एम एल सी पवन सिंह चौहान, मुख्य वक्ता आचार्य संजय मिश्रा सहित कई वक्ताओं व संतो ने संबोधित किया।
एमएलसी पवन सिंह चौहान ने भारत की संस्कृति को अत्यंत गौरवपूर्ण बताते हुए आगे कहा कि इसकी गहरी मजबूत बुनियाद के कारण ही देश यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में निरंतर विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
नेपाल सीमा के दोनों ओर आबाद आदिवासी सनातन संस्कृति को संजोकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं, यह जानकर अत्यंत खुशी हुई है । सच्चे अर्थों में थारू समाज के लोग सीमा के सच्चे सजग प्रहरी हैं।
मुख्य वक्ता आचार्य संजय मिश्रा ने उपस्थित जनों से सीमा पर सक्रियता बढ़ा रहीं ईसाई मिशनरियों एवं इस्लामिक गतिविधियों से पूरी तरह सतर्क रहने को कहा।
उन्होंने कहा कि जब तक देश की सीमा पर रहने वाले लोग सजग नहीं होंगे, देश सुरक्षित नहीं रह सकता। सम्मेलन को अयोध्या, मथुरा व नैमिषारण्य से आए कई संतों ने भी संबोधित किया।
उन्होंने उपस्थित जनों से प्रत्येक दिन हनुमान चालीसा का पाठ और हर शनिवार सुंदरकांड का पाठ करने पर जोर दिया।
इसके अलावा भारत नेपाल सीमा एकल अभियान के प्रमुख समन्वयक ओमप्रकाश ,विद्यालय के प्रधानाचार्य बलदेव श्रीवास्तव ,संघ विभाग प्रचारक बैरिस्टर जी ,सरदार बलजीत सिंह व सुनील गर्ग सहित हनुमान परिवार के कई सदस्यों आदि ने भी संबोधित किया ।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई।अंत में संतों व अतिथियों को विदाई दे कार्यक्रम का समापन कर दिया गया। कार्यक्रम का संचालन बृजेश सिंह ने किया।
इस अवसर पर डॉ संतराम गुप्ता, बाबा रमणी दास बाबा बिहारी दास, संजू राणा , रवि गुप्ता,करिश्मा राणा ,चंद्रावती ,संदीप, रामनारायण , अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।
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