मेष वार्षिक भविष्यफल 2023 को देखें तो, ये भी पता चलता है कि 22 अप्रैल से गुरु बृहस्पति की राहु के साथ युति होगी। गुरु-राहु की ये युति आपके प्रथम भाव में “चांडाल योग" का निर्माण करेगी।
इस दौरान सबसे अधिक छात्रों को अपना प्रदर्शन देने में बहुत बाधा महसूस हो सकती है। इस समय कई छात्र चाहकर भी अच्छे से पढ़ाई नहीं कर सकेंगे। जिसके कारण उच्च शिक्षा व प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को समस्या हो सकती है।
परंतु सूर्य देव 14 अप्रैल से लेकर 15 मई तक आपकी ही राशि में गोचर करते हुए अपनी उच्च अवस्था में होंगे। सूर्य की उच्च अवस्था इस अवधि के दौरान कुछ हद तक परिस्थितियों को आपके हक़ में करने का कार्य करेगी। यदि आप सरकारी नौकरी के लिए कोई परीक्षा देने का सोच रहे हैं तो, ये अवधि उसके लिए अधिक अनुकूल रहने वाली है।
फिर 1 अक्टूबर 2023 को जब बुध देव आपके स्वयं के षष्ठम भाव में गोचर करेंगे तब ये स्थिति आपसे कड़ी मेहनत करवाएगी। क्योंकि ये वो समय होगा जब आपको अपनी मेहनत के अनुसार फल मिलने की संभावना अधिक रहने वाली है।
साथ ही वर्ष के अंत में यानी 30 अक्टूबर को राहु का गोचर होने के बाद नवंबर और दिसंबर के दौरान गुरु देव भी आपके स्वभाव में सकारात्मकता लेकर आएंगे। इससे आप अपना ज्यादातर समय पढ़ाई पर केंद्रित रखने में सक्षम रहेंगे।
बृषभ:इस वर्ष 22 अप्रैल से 30 अक्टूबर तक, आपके द्वादश भाव में गुरु का होना कई विद्यार्थियों को तनावपूर्ण स्थिति देते हुए उनका मन भ्रमित कर सकता है। साथ ही ये स्थिति आपकी वाणी में भी कटुता लाएगा, जिससे आपका अपने मित्रों के साथ कुछ विवाद भी संभव है।
हालांकि वर्ष के अंत में स्थितियों में कुछ सुधार होने से आपको कुछ राहत मिल सकती है। परंतु बावजूद इसके आपको अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाते हुए व्यर्थ की बातों से खुद को दूर ही रखने की सलाह दी जाती है।
वार्षिक शिक्षा राशिफल 2023 के अनुसार, वर्ष की शुरुआत से 22 अप्रैल तक गुरु बृहस्पति आपके एकादश भाव में होंगे।
इस दौरान आप शिक्षा के क्षेत्र में अपना बेहतर प्रदर्शन देने में सक्षम रहने वाले हैं। साथ ही आपके पंचम भाव के स्वामी बुध भी जून माह से पहले उन जातकों को कोई अच्छी खबर दे सकते हैं, जो विदेश जाकर पढ़ाई करने का सपना देख रहे हैं।
फिर 7 जून से 24 जून तक बुध का आपके प्रथम भाव में उपस्थित होना और अच्छे परिणाम देना, सबसे अधिक उन छात्रों के लिए अनुकूल सिद्ध होगा जो कोई नई भाषा सीख रहे हैं या उससे जुड़ी कोई पढ़ाई या कोर्स कर रहे है।
भविष्यकथन ये भी दर्शा रहा है कि वर्ष के पूर्वार्द्ध में कर्मफल दाता शनि आपके कर्म भाव में ही होंगे और आपके चतुर्थ भाव को दृष्टि करेंगे। इसके परिणामस्वरूप आपको शिक्षा से जुड़ी अपनी मेहनत अधिक करने की आवश्यकता होगी।
खासतौर से 30 जनवरी से 6 मार्च तक इस वर्ष शनि का अस्त होना, आपके लिए कुछ समस्या उत्पन्न कर सकता है। इसलिए ज़रूरत पड़ने पर अपने घरवालों व शिक्षकों की मदद ज़रूर लें।
मिथुन:मिथुन राशिफल 2023 के अनुसार, शिक्षा के लिहाज से वर्ष 2023 की पहली तिमाही इस राशि के जातकों के लिए थोड़ी व्यस्तता लेकर आएगी। क्योंकि इस दौरान बृहस्पति आपके कर्म के दशम भाव में होंगे।
हालांकि शनि देव 17 जनवरी को आपके नवम भाव में गोचर करते हुए आपको कुछ हद तक अपनी परीक्षाओं में बेहतर करने के लिए प्रोत्साहन करते दिखाई देंगे।
परन्तु 17 जून से 4 नवंबर, 2023 के दौरान शनि देव का वक्री होना आपका अपने शिक्षकों के साथ कुछ विवाद करवा सकता है। इसलिए अपने गुरुओं व शिक्षकों से मर्यादित आचरण बरतना ही आपके लिए बेहतर रहेगा।
फिर 22 अप्रैल 2023 के बाद बृहस्पति आपके एकादश भाव में प्रवेश करते हुए, आपको उन सभी विषयों को समझने में सक्षम बनाएंगे, जिन्हें समझने में आपको पूर्व में समस्या आ रही थी। इसके फलस्वरूप आप अपना अच्छा प्रदर्शन देते हुए अपने घरवालों को खुश करने में सक्षम रहने वाले हैं।
शिक्षा राशिफल 2023 ये भी इशारा कर रहा है कि साल के अंतिम दो महीनों में यानी नवंबर और दिसंबर में, सूर्य-मंगल-बुध की युति आपके पांचवे और छठे भाव में बनेगी। इन ग्रहों की ये त्रियुति यूँ तो छात्रों के साहस और पराक्रम में वृद्धि करेगी।
परंतु ये युति कुछ छात्रों के लिए उनके अहंकार में भी बढ़ोतरी का कारण बन सकती है। इसे उन्हें दूसरों से कठिन विषयों में मदद लेने में हिचकिचाहट महसूस होगी।
इसके अलावा 4 सितंबर से 31 दिसंबर के समय के दौरान गुरु बृहस्पति का वक्री होना भी आपकी समस्या बढ़ा सकता है। इसलिए शुरुआत से ही अपने प्रयास और मेहनत में कोई कमी न आने दें।
कर्क :वर्ष 2023 आपके लिए मिलाजुला रहेगा। क्योंकि वर्ष के पूर्वार्द्ध को देखें तो शुरुआत से लेकर 22 अप्रैल तक गुरु बृहस्पति की आपके भाग्य यानी नवम भाव में उपस्थिति होगी, जिससे सबसे अधिक छात्रों को अनुकूल फल मिलने की संभावना बढ़ेगी। इस दौरान छात्र जिस भी विषय को लेकर अपनी मेहनत जारी रखेंगे उन्हें सफलता पूर्ण रूप से मिलेगी।
हालांकि 22 अप्रैल 2023 के बाद गुरु बृहस्पति आपके कर्म के दशम भाव में विराजमान हो जाएंगे और इस कारण आपको पहले से अधिक मेहनत करने की जरूरत होगी।
साथ ही इस वर्ष शनिदेव ज्यादातर आपके अष्टम भाव में उपस्थित होते हुए आपको अपनी आने वाली किसी परीक्षा में उम्मीद से कम अंक देने वाले हैं। इससे आपका मन कुछ उदास हो सकता है। परंतु आपको किसी भी परिस्थिति में हार न मानते हुए अपनी मेहनत जारी रखने की सलाह दी जाती है।
वही छाया ग्रह राहु भी वर्ष की शुरुआत में आपके दशम भाव में उपस्थित होकर आपका अपने निजी जीवन के मुद्दों के कारण अपनी पढ़ाई में मन लगाने में समस्या उत्पन्न करेंगे।
हालांकि 30 अक्टूबर को राहु का आपके आपकी राशि के नवम भाव में गोचर करना आपको मानसिक तनाव भी देने का कार्य करेगा। इस दौरान छात्रों को अपनी पढ़ाई से कुछ समय खुद के लिए निकालते हुए शिक्षा से अलग किसी तरह की शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लेने की जरूरत होगी।
क्योंकि ऐसा करके आप खुद को ना केवल तनावमुक्त रखने में सक्षम होंगे, बल्कि इससे आप खुद को पुनः रिचार्ज भी होता महसूस करेंगे। गौरतलब है कि जब 30 अक्टूबर 2023 से अपना गोचर आपकी राशि के तृतीय भाव में करेंगे तब आपको विदेश यात्रा पर जाने के योग बनेंगे।
ख़ासतौर से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातक या विदेश जाकर उच्च शिक्षा ग्रहण करने के इच्छुक जातकों को उन्नति मिलने के योग बनेंगे। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि वर्ष की आखिरी तिमाही आपके लिए अधिक बेहतर रहने वाली है।
सिंह:यह बर्ष आपके शिक्षा राशिफल 2023 में सिंह राशि के छात्रों को पहले से अधिक मेहनत करने की ज़रूरत होगी। क्योंकि शुरुआत से लेकर 22 अप्रैल तक गुरु बृहस्पति आपकी राशि के अष्टम भाव में उपस्थित होंगे और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी बाधाएं आपकी राह में उत्पन्न करते रहेंगे।
इस दौरान आपको हर परीक्षा के लिए खुद को तैयार करते हुए अधिक स्वयं अध्ययन करने के लिए खुद को प्रेरित करना होगा।इसके अलावा शनि का इस समय आपके सप्तम भाव में होना आपका मन अशांत कर सकता है। परंतु उनकी तृतीय और दशम दृष्टि क्रमशः आपके नवम और चतुर्थ भाव पर होने से आपको अपनों की मदद भी दिलाएगी।
फिर 22 अप्रैल 2023 के बाद, आपके भाग्य यानी नवम भाव में ही बृहस्पति का गोचर परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों के लिए अनुकूल सिद्ध होगा।
साथ ही 1 जुलाई से मंगल भी आपकी राशि में ही गोचर करते हुए आगे बढ़ेंगे, जिसके फलस्वरूप खासतौर से सेना, चिकित्सक या इंजीनियरिंग के क्षेत्र से जुड़े विधार्थियों को अपनी परीक्षा में अच्छ प्रदर्शन देने में सफलता मिलेगी।
हालांकि 04 सितंबर से वर्ष के अंत तक गुरु बृहस्पति का वक्री होना कला, वकालत, मैनेजमेंट आदि से जुड़ी शिक्षा ग्रहण कर रहे जातकों के लिए चुनौतीपूर्ण सिद्ध होगा। क्योंकि उन्हें इस दौरान केंद्रित होकर पढ़ाई करने में काफी समस्या महसूस हो सकती है।
कन्या:कन्या राशि वालों के लिए वर्ष की शुरुआत सामान्य रहने वाली है। जनवरी के महीने में शनि-शुक्र की युति आपके छठे भाव में होने से आपको शुरुआत में ही कक्षा में अपने विरोधी व अन्य प्रतियोगियों के प्रति नजर बनाए रखने की जरूरत होगी। ऐसे में उनसे शिक्षा से संबंधित कोई भी सामग्री लेते समय उसे पुनः जांच लें।
हालांकि इसके बाद 22 अप्रैल तक बृहस्पति का आपके सप्तम यानी पार्टनरशिप के भाव मे होना आपके लिए फलदायी साबित होगा। इस अवधि में आप जो भी कार्य करेंगे, उसमें आपको अपने मित्रों व करीबियों से मदद मिल सकेगी।
फिर 22 अप्रैल के बाद जब बृहस्पति आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे तब आपका ध्यान भ्रमित होने की आशंका रहेगी। परंतु शनि देव की सप्तम दृष्टि आपकी कुंडली के द्वादश भाव पर पड़ने से वो जातक जो विदेश जाकर पढ़ाई करने का सपना देख रहे थे, उन्हें अपने प्रयासों में समर्थन देने का कार्य करेगी।
फिर 24 अगस्त को बुद्धि के देवता बुध का वक्री होना व 4 सितंबर को गुरु का भी वक्री करना, आपको कुछ समस्या दे सकता है।
इससे खासतौर से गणित, रचनात्मक विषयों, कला, संस्कृति आदि की पढ़ाई कर रहे जातकों को इस दौरान दोगुनी मेहनत करने की आवश्यकता होगी। 30 अक्टूबर को राहु-केतु भी क्रमशः मीन और आपकी राशि में गोचर करते हुए आपको किसी प्रकार की कोई दुर्घटना या चोट लगने का कारण बन सकते हैं।
आशंका ये भी है कि आपकी कोई पुस्तक या असाइनमेंट आपकी लापरवाही से खो जाए। इसलिए अपनी शिक्षा सामग्री को ठीक से रखें।वर्ष के अंतिम दो महीने यानी नवंबर और दिसंबर, आपके लिए थोड़े बेहतर रहेंगे।
क्योंकि 4 नवंबर को जहाँ शनि देव मार्गी अवस्था में होंगे, तो वही शुक्र भी 3 नवंबर को ही आपकी ही राशि में गोचर करेंगे। जिसके चलते आप पुनः अपने मित्रों व गुरुओं की सलाह-मशवरा से अपने लक्ष्यों के प्रति प्रयासरत हो सकेंगे।
तुला:यह वर्ष तुला जातकों के लिए मिलाजुला अच्छा रहने वाला है। खासतौर से वर्ष का आरंभ थोड़ा समस्याओं भरा रहेगा, क्योंकि 17 जनवरी को शनिदेव कुंभ में अपना गोचर करते हुए आपकी राशि के पंचम भाव में उपस्थित होंगे। इस कारण आप पर अपने अभिभावकों का शिक्षा से संबंधित दबाव अतिरिक्त होगा।
इससे आप खुद को तनाव से ग्रस्त पाएंगे। साथ ही शुक्र का भी आपके पंचम भाव में 22 जनवरी को गोचर करते हुए शनि के साथ युति करना, आपसे अतिरिक्त मेहनत करवाएगा।
फिर जनवरी के अंत में शनि का अस्त होना खासतौर से छात्रों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बन सकता है। इस वर्ष की शुरुआत से 30 अक्टूबर तक छाया ग्रह केतु आपकी ही राशि में विराजमान होते हुए आपके लग्न भाव को प्रभावित करेंगे।
जिस कारण छात्रों का मन विचलित व ध्यान भ्रमित हो सकता है। आशंका ये भी है कि आपका न चाहते हुए भी अपने किसी शिक्षक या गुरु से विवाद हो। हालांकि आपको ऐसा करने से बचना चाहिए, अन्यथा इसका नकारात्मक प्रभाव सीधेतौर पर आपकी छवि को नुकसान पहुंचाएगा।
यदि आप अपने घर से दूर जाकर कोई पढ़ाई करने या विदेश भूमि पर उच्च शिक्षा ग्रहण करने का सपना देख रहे थे तो, उसके लिए स्थिति अनुकूल रहेगी। क्योंकि राहु आपको विदेश से जुड़ा कोई शुभ समाचार देने के योग बनाएंगे।
फिर 6 मार्च 2023 को शनि का उदय होगा। शनि की ये स्थिति कॉलेज या किसी विदेशी भाषा के स्कूल में प्रवेश लेने की सोच रहे छात्रों को सफलता मिलने की ओर इशारा कर रही है। इससे आप न केवल सफलता अर्जित करते हुए अपनी इच्छा अनुसार दाखिला ले सकेंगे, बल्कि आपकी कामयाबी से आपके माता-पिता व शिक्षक भी प्रसन्न दिखाई देंगे।
अक्टूबर के बाद की अवधि भी आपके लिए थोड़ी बेहतर रहेगी। क्योंकि जहां 3 अक्टूबर को मंगल आपकी ही राशि में गोचर करेंगे, तो वहीं 18 अक्टूबर को सूर्य और 19 अक्टूबर को बुध का गोचर भी आपकी ही राशि में होते हुए आपके लग्न भाव में त्रियुति का निर्माण करेगा।
इसके चलते राजनीति, विज्ञान, इंजीनियरिंग और वकालत की पढ़ाई कर रहे जातकों को अपने जीवन में अनुकूलता मिल सकेगी। साथ ही यदि आपका कोई आवेदन किसी विश्वविद्यालय में अटका हुआ है तो आपका चयन सुनिश्चित होगा।
वर्ष के अंत में बृहस्पति भी विज्ञान, मनोविज्ञान आदि के क्षेत्र की पढ़ाई कर रहे जातकों को उत्तम फल देने के योग बनाएंगे। वहीं मेडिकल के क्षेत्र से जुड़े जातकों को भी इस दौरान मेहनत के अनुसार अंक मिलने की संभावना रहेगी।
वृश्चिक:इस बर्ष का राशिफल के छात्रों के लिए ये नववर्ष पूर्व वर्ष की तुलना में थोड़े बेहतर परिणाम लेकर आ रहा है।
जनवरी के मध्य यानी 17 जनवरी को जब शनि कुंभ में गोचर करते हुए आपके चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे, तब आपकी मेहनत सफल होगी और आप उत्तम परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे। क्योंकि इस दौरान आपका मन अपनी पढ़ाई की ओर अधिक केंद्रित होगा।
साथ ही बृहस्पति का भी वर्ष की शुरुआत से लेकर 22 अप्रैल तक आपके पंचम भाव में उपस्थित होना, आपको शिक्षा से जुड़े अनुकूल परिणाम देने वाला है। साथ ही उनका आपके लाभ के एकादश भाव पर दृष्टि करना, कई छात्रों को हर उस विषय में सफलता दिलाएगा, जिसमें उन्हें पहले कोई भी समस्या महसूस हो रही थी।
प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थी भी उत्तरण होते हुए अपने अभिभावकों का नाम रोशन करेंगे। वहीं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कदम रखने वाले जातकों के लिए भी 22 अप्रैल तक की अवधि विशेष अनुकूल रहने वाली है।
फिर 22 अप्रैल के बाद गुरु का मेष में गोचर करते हुए आपके षष्टम भाव में प्रवेश करना और द्वादश भाव पर अपनी दृष्टि डालना, विदेश जाने के इच्छुक जातकों को दस्तावेज से जुड़ी कुछ समस्या दे सकता है। ऐसे में अपने सभी जरूरी कागज व दस्तावेज ठीक तरह से रखें।
17 जून से शनि अपनी वक्री अवस्था में होंगे। वहीं 19 जून को बुध भी अस्त होते हुए आपको शिक्षा से जुड़ी कुछ समस्या दे सकते हैं। इस दौरान आप अपने घरवालों व अपने शिक्षकों से जुड़ा दबाव महसूस करेंगे, जिससे आपका मन कुछ उदास हो सकता है।
क्योंकि 4 सितंबर को जहाँ गुरु वक्री होंगे, तो वहीं 24 सितंबर को मंगल का अस्त होना भी किसी खास विषय की पढ़ाई या परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए समस्या उत्पन्न कर सकता है।
घर से दूर जाकर पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों को भी इन ग्रहों के नकारत्मक प्रभाव से खासा समस्या हो सकती है। फिर 6 नवंबर को बुध, 16 नवंबर को मंगल और 17 नवंबर को सूर्य का आपकी ही राशि के प्रथम भाव में गोचर करना, कुछ हद तक छात्रों को राहत देने का कार्य करेगा।
25 दिसंबर को शुक्र भी आपकी ही राशि में गोचर करते हुए फैशन डिजाइनिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, साहित्य, ज्योतिष विज्ञान, फिल्म इंडस्ट्री आदि से जुड़े छात्रों को उचित परिणाम देने के योग दर्शा रहा है।
धनु:यह वर्ष आपके लिए थोड़ा समस्याओं भरा रहने वाला है। खासतौर से इस वर्ष छात्र अपनी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन देने में असफल रहेंगे। क्योंकि इस वर्ष की शुरुआत में राहु आपके पंचम भाव में उपस्थित होंगे।
जिसके चलते आपको अपने निजी जीवन में समस्याओं के कारण पढ़ाई-लिखाई से संबंधित अपने लक्ष्यों के प्रति छात्रों को खुद को केंद्रित रखने में समस्या आ सकती है।
साथ ही केतु भी आपकी राशि के एकादश भाव में उपस्थित होते हुए आपके पंचम भाव को दृष्टि करेंगे। इसके परिणाम स्वरूप छात्र बेकार में ही चिंतित होकर अपना समय बर्बाद करते दिखाई देंगे।
इससे कुछ जातकों के साहस और पराक्रम में भी गिरावट देखी जाएगी, जिससे उनका अपने किसी शिक्षक से मतभेद होने की आशंका बनेगी। विशेषज्ञों के अनुसार राहु-केतु की यह स्थिति आपकी राशि में 30 अक्टूबर तक रहेगी, फिर उसके बाद वो क्रमशः मीन और कन्या राशि में अपना गोचर करते हुए, आपको कुछ बेहतर परिणाम देने के योग बनाएंगे।
वर्ष की शुरुआत से 22 अप्रैल तक गुरु बृहस्पति का आपके चतुर्थ भाव में उपस्थित होना और आपके दशम भाव को दृष्टि करना भी, काफी हद तक आपको रचनात्मक कार्यों में सफलता देते हुए आपकी स्मरण शक्ति बेहतर करने का कार्य करेगा।
इस दौरान गुरु की कृपा से सरकारी परीक्षाओं में बैठने वाले छात्र सफल रहेंगे।विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक जातकों के लिए भी इस वर्ष की दूसरी तिमाही अनुकूल फल लेकर आ रही है। क्योंकि 22 अप्रैल के बाद गुरु देव आपकी शिक्षा के पंचम भाव में उपस्थित होते हुए, आपके एकादश भाव को दृष्टि करने वाले हैं।
यह स्थिति प्रतियोगी परीक्षा में भाग ले रहे या सेना भर्ती की परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों के लिए अनुकूल रहेगी।
फिर वर्ष की अंतिम तिमाही में 4 नवंबर से शनि मार्गी होते हुए आपको अपने शिक्षकों और विद्यालय व कॉलेज के अन्य प्रबंधन से मदद दिलाने का कार्य करेंगे। इसलिए यूं तो अंतिम दोनों महीने आपको अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना अधिक दर्शा रहे हैं।
परंतु बावजूद इसके आपको इस दौरान अपनी एकाग्रता भंग होने से खुद को इधर-उधर की बातों में न लगाते हुए, केवल अपने लक्ष्यों के प्रति ही केंद्रित रखने की सबसे अधिक जरूरत रहने वाली है।
मकर:बर्ष 2023 के अनुसार मकर राशि के विद्यार्थियों के लिए नववर्ष की शुरुआत काफी अच्छी रहेगी। क्योंकि 14 जनवरी को सूर्य का आपकी ही राशि में गोचर होगा, साथ ही 7 फरवरी को बुध भी आपकी ही राशि में गोचर करते हुए सूर्य के साथ युति करेंगे।
लग्न में बनने वाली इस युति का सकारात्मक प्रभाव आपके भ्रमित मन को शांत करते हुए आपको शिक्षा की ओर केंद्रित करेगा।
जनवरी से 22 अप्रैल तक गुरु बृहस्पति आपकी राशि के तृतीय भाव में विराजमान रहेंगे और आपके नवम भाव को दृष्टि करेंगे। गुरु बृहस्पति की यह स्थिति आपके साहस, बल और ज्ञान में वृद्धि करेगी।
इस दौरान खासतौर से शास्त्रों, ज्योतिष, धार्मिक क्रिया-कर्म के जानकारों, फिल्म निर्माताओं, व्यापारियों आदि को अपने क्षेत्र में प्रसिद्धि प्राप्त होगी। लोग उनकी जमकर सराहना करते दिखाई देंगे। यह वो समय होगा जब मकर राशि के छात्र जिस भी विषय को पढ़ने की इच्छा जताएंगे, उन्हें उसमे पूर्ण रूप से सफलता मिलेगी।
कुछ छात्र मन बहलाने के लिए किसी पर्यटन या धार्मिक स्थल की यात्रा के लिए भी जा सकते हैं। इसके बाद 22 अप्रैल को गुरु बृहस्पति अपना गोचर मेष राशि में करते हुए आपकी राशि के चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे।
इस दौरान घर से दूर रहकर पढ़ाई कर रहे छात्रों को, अपने घर जाने का अवसर मिलेगा। खासतौर से विदेश में पढ़ाई कर रहे छात्र अपने घर-परिवार और अपनी मां का सुख व स्नेह हासिल करने में सक्षम रहेंगे।
हालांकि 17 जून से शनि का वक्री आपके लिए कुछ समस्या उत्पन्न कर सकता है। क्योंकि इसी माह 19 जून को बुध भी अस्त होंगे, जिसके फलस्वरूप सीधेतौर पर इस राशि के छात्रों को उनकी परीक्षा में उचित परिणाम प्राप्त करने में समस्या उत्पन्न हो सकती है।
23 जुलाई को शुक्र भी वक्री होते हुए कोरियोग्राफी, संगीतकार, इवेंट मैनेजमेंट, कपड़ा संबंधी व्यापार, होटल, रेस्ट्रोरेंट, टूर एंड ट्रेवल, साहित्यकार, फिल्म इंडस्ट्री और फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए कई बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं।
इसके बाद सितंबर का महीना भी आपके लिए थोड़ा चिंताजनक व मानसिक तनाव बढ़ाने वाला रहेगा। क्योंकि 4 सितंबर को बृहस्पति का वक्री और 24 सितंबर को मंगल का अस्त होना, आपके स्वभाव में अहंकार और क्रोध की वृद्धि कर सकता है।
इस दौरान आप अपनी ऊर्जा को इधर-उधर बेकार में व्यर्थ करते दिखाई देंगे। कई छात्र खुद को अपनी शिक्षा की ओर केंद्रित रखने में भी असफल रहेंगे, जिससे उन्हें अपने गुरुओं और शिक्षकों की आलोचनाओं का शिकार होना पड़ सकता है।
वो छात्र जो विदेश जाकर पढ़ाई करने का सपना देख रहे थे, उनके लिए नवंबर का महीना सबसे अनुकूल रहेगा। क्योंकि 27 नवंबर को बुध धनु राशि में गोचर करते हुए, आपकी राशि के द्वादश भाव में विराजमान होंगे।
इससे छात्रों को किसी विदेशी यूनिवर्सिटी या विद्यालय में दाखिला मिलने की खुशखबरी मिलने के योग बनेंगे। परंतु इसके लिए आपको शुरुआत से ही प्रयासरत रहते हुए अपने सभी दस्तावेज पूरा करके चलने की आवश्यकता होगी। इसके बाद फिर दिसंबर में कुछ गणित, इतिहास और भूगोल से जुड़े विद्यार्थियों को समस्या हो सकती है।
कुंभ:कुंभ राशि का बर्ष का राशिफल कुंभ राशि के छात्रों के लिए जनवरी और फरवरी का महीना इस वर्ष सबसे अधिक महत्वपूर्ण रहेगा।
क्योंकि जहां 17 जनवरी 2023 को आपके राशि स्वामी शनि देव आपकी ही राशि में गोचर करेंगे, वहीं 22 जनवरी को शुक्र भी आपकी राशि में गोचर करते हुए आपके लग्न भाव में विराजमान होंगे।इसके अलावा 13 फरवरी को सूर्य और 27 फरवरी को बुध भी आपकी राशि में प्रवेश करेंगे, जिसके फलस्वरूप छात्रों को पूर्व वर्ष की मेहनत का उचित फल मिलने के योग बनेंगे।
ये अवधि उन्हें कोई बड़ा पुरस्कार या छात्रवृत्ति प्राप्त करने में मदद भी करेगी। हालांकि शनिदेव का प्रभाव कुछ छात्रों को हटी बना सकता है। परंतु अन्य शुभ ग्रहों का आपके प्रथम भाव में विराजमान होना, काफी हद तक आपके लिए अनुकूल परिस्थिति उत्पन्न करेगा।
अप्रैल 2023 तक गुरु बृहस्पति भी आपके द्वितीय भाव में उपस्थित होते हुए, आपके अष्टम भाव को दृष्टि करेंगे। इस दौरान यूं तो छात्रों में विनम्रता और सदाचार की वृद्धि होगी, परंतु उनका किसी बात को लेकर अपनों से बड़ों, अपने मित्रों या शिक्षकों से वाद-विवाद हो सकता है।
ऐसे में इस समय छात्रों को दूसरों का अनादर करने से खुद को रोकने की आवश्यकता होगी, अन्यथा इसका नकारात्मक प्रभाव सीधेतौर पर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाएगा। यह अवधि सरकारी नौकरी, बैंक परीक्षा, ज्योतिष आदि से जुड़ी पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए भी सबसे अधिक अनुकूल होगी।
इसके अलावा अन्य भाषाएं सीखने वाले छात्रों, लॉ, कलेक्टर, मजिस्ट्रेट या अन्य न्याय संबंधी विषयों से जुड़े छात्रों के लिए भी गुरु की ये स्थिति विशेष अनुकूल रहेगी। इसके बाद 22 अप्रैल को बृहस्पति अपना गोचर मेष राशि में करते हुए आपके तृतीय भाव में विराजमान होंगे।
जिसके फलस्वरूप कुंभ राशि के छात्रों की राह में आ रही बाधाएं काफी हद तक दूर होंगी और वे खुद की ऊर्जा को सही दिशा में लगाते हुए अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित करते दिखाई देंगे। इस दौरान उन्हें अपने मित्रों व अभिभावकों से भी पूर्ण रूप से मदद प्राप्त होगी।
फिर 17 जून को शनि देव का वक्री होना, उन्हें शिक्षा से जुड़ी कुछ समस्या दे सकता है। इस दौरान विधार्थियों को स्वास्थ्य हानि के कारण अपने विषयों व पाठ्यक्रम को याद करने में समस्या हो सकती है।
वहीं जुलाई और अगस्त का महीना भी आपके लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा। क्योंकि 25 जुलाई को बुध आपके छठे भाव में गोचर करते हुए छात्रों के स्वास्थ्य में गिरावट करेंगे।
इसके अलावा कुछ छात्र अपने उच्च शिक्षा के लिए किसी बैंक या अन्य संस्थान से लोन या ऋण लेने का फैसला भी ले सकते हैं। 17 अगस्त को सूर्य भी आपके छठे भाव में और 18 अगस्त को मंगल का आपके सप्तम भाव में गोचर करना, इस राशि के छात्रों को पढ़ाई-लिखाई से जुड़ी कुछ बाधाएं उत्पन्न करने का कार्य करेगा।
हालांकि 16 सितंबर को जब बुध पुनः मार्गी होंगे, तब छात्रों को जिन भी विषयों को समझने में परेशानी हो रही थी उन्हें उससे छुटकारा मिलेगा और वो अपनी स्मरण शक्ति में बढ़ोतरी के चलते आने वाली सभी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन देने के लिए प्रयासरत दिखाई देंगे।
वार्षिक राशिफल के अनुसार, 30 अक्टूबर को दो बड़े ग्रहों राहु-केतु का क्रमशः आपके द्वितीय और अष्टम भाव में गोचर करना, वर्ष के अंतिम दो महीनों में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को बड़ी हानि होने के संकेत दे रहा है।
क्योंकि इस दौरान आपकी खराब संगति व अभिभावकों की आपसे अधिक अपेक्षा आपको तनाव दे सकती हैं। साथ ही विदेश जाकर पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों को राहु की इस स्थिति के कारण अभी प्रतीक्षा करनी होगी।
मीन:आने वाला नववर्ष मीन राशि के छात्रों के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आ रहा है। खासतौर से इस वर्ष की शुरुआत आपके लिए उत्तम रहेगी। क्योंकि जनवरी की शुरुआत से 22 अप्रैल तक बृहस्पति आपकी ही राशि अर्थात आपके प्रथम भाव में मौजूद होकर आपके ज्ञान, बुद्धि और भाग्य में वृद्धि करने का कार्य करेंगे।
आपकी राशि में गुरु बृहस्पति की ये उपस्थिति छात्रों का ध्यान अपने विषयों और परीक्षा की ओर केंद्रित करेगी, जिससे वह स्वाध्याय करते हुए अपने ज्ञान में बढ़ोतरी करते नजर आएंगे। इसके बाद 22 अप्रैल से बृहस्पति अपना गोचर करते हुए आपकी राशि के द्वितीय भाव में विराजमान होंगे।
ये अवधि उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे विधार्थियों के लिए शुभ समय लेकर आएगी। खासतौर से कई छात्र अपने किसी शौक या रुचि से जुड़ा कोई कोर्स करते हुए अच्छी उपलब्धि हासिल करेंगे।
हालांकि 17 जनवरी को शनि देव का आपकी राशि के द्वादश भाव में गोचर करना, कुछ छात्रों का शिक्षा से जुड़ा कुछ नुकसान कर सकता है। साथ ही वर्ष की शुरुआत से 30 अक्टूबर तक छाया ग्रह राहु का आपकी राशि के द्वितीय भाव में विराजमान होना, विदेशी कॉलेज या विश्वविद्यालय में एडमिशन की प्रतीक्षा कर रहे छात्रों को कोई अच्छी खबर दे सकता है।
फिर 30 अक्टूबर को राहु का गोचर आपकी ही राशि अर्थात आपके प्रथम भाव में होना, आपका दूसरों से विवाद या झगड़े का कारण बन सकता है। इसलिए यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं तो, आपके लिए 30 अक्टूबर से पहले की अवधि अधिक बेहतर रहने वाली है।
वर्ष के मध्य यानी 17 जून को शनि का वक्री होना और 19 जून को बुध का अस्त होना, इस राशि के छात्रों के लिए कुछ समस्या उत्पन्न कर सकता है। खासतौर से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों में इस दौरान प्रतिस्पर्धा की भावना कुछ कमजोर होने से, वे अपना प्रदर्शन बेहतर देने में असफल रहेंगे।
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