श्याम त्रिपाठी
गोण्डा:दीनदयाल शोध संस्थान - लाल बहादुर शास्त्री कृषि विज्ञान केंद्र गोपाल ग्राम, गोंडा द्वारा गौ आधारित प्राकृतिक खेती विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक 28 एवं 29 दिसंबर 2022 को केंद्र पर आयोजित किया गया।
जिसमें जिले के 30 प्रगतिशील कृषकों ने प्रशिक्षण में भाग लिया। इस प्रशिक्षण में केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. उपेंद्र नाथ सिंह ने प्राकृतिक खेती के महत्व की जानकारी दी साथ ही प्रशिक्षण में कृषकों का आवाहन किया कि युवा आगे आए तथा प्राकृतिक कृषि के लिए स्वयं के साथ-साथ दूसरों को भी प्रेरित करें जिससे खेती की लागत को कम किया जा सके और रसायन मुक्त खेती को बढ़ावा दिया जा सके ।
वैज्ञानिक इंजीनियर मिथिलेश कुमार झा ने कृषि विज्ञान केंद्र पर प्राकृतिक खेती के विभिन्न घटक जैसे जीवामृत, घनजीवामृत, दशपर्णी अर्क, नीमास्त्र, आच्छादन, वास्पा आदि का महत्व एवं बनाने का प्रयोग करके दिखाया। वैज्ञानिक डॉ अंकित तिवारी ने इन सभी घटकों के प्रयोग के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण दिया।
वैज्ञानिक डा. अभिषेक मिश्रा ने खेती में गौ वन्श के महत्व के बारे में जानकारी दी। कृषि विज्ञान केंद्र पर प्राकृतिक खेती का मॉडल तैयार किया गया है, जिसे वैज्ञानिक श्री सुधांशु की अगुआई में सभी प्रशिक्षार्थीयो ने देखा और अपने शंकाओं का समाधान भी किया, साथ ही साथ स्वयं भी जाकर के इन घटकों को तैयार कर प्राकृतिक खेती का माडल तैयार करने की प्रेरणा ली।
इस अवसर पर वैज्ञानिक आशीष कुमार पांडेय, हरिपाल सिंह, श्रीमती शशि बाला सिंह, संत कुमार त्रिपाठी आदि ने भी सहयोग किया और जानकारी दी।
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