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मानव जीवन के लिए संस्कार बहुत ही आवश्यक :अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक



रजनीश / ज्ञान प्रकाश 

 करनैलगंज(गोंडा)। नगर में चल रहे श्रीराम कथा महोत्सव की धूम है। वृंदावन धाम से आये अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक आचार्य रसराज मृदुल महाराज ने कहा कि आज के समय में हर घर में लड़ाई झगड़े और अशांति का वातावरण बना हुआ है। 


श्रीराम के आदर्श और श्री राम की कथा ऐसे संतप्त जीवन में अमृत की धार जैसा कार्य करती हैं क्योंकि श्री राम कथा ही हमें अपने संबंधों के प्रति समर्पण और त्याग की भावना के लिए प्रेरित करती है। 


रामचरित श्री रामचरितमानस के माध्यम से गोस्वामी तुलसीदास ने प्रभु श्री राम के चरित्र का वर्णन करते हुए प्रभु श्रीराम के उदारता शालीनता और त्याग की भावना का भली-भांति वर्णन किया है। 


अगर हर घर में सास, ससुर, बहू को बेटी जैसा प्रेम दें और बहू अपने माता पिता जैसा स्नेह अगर साथ ससुर को दे और उनकी सेवा करें तो हर घर स्वर्ग के समान सुख देने वाला हो जाएगा। 


जिस परिवार में लोग एक दूसरे के लिए त्याग व समर्पण की भावना रखते हैं वह घर स्वर्ग से भी बढ़कर सुख देने वाला हो जाता है। समाज में बढ़ रहे दहेज प्रथा को लेकर भी कथा प्रवक्ता ने श्री राम कथा के माध्यम से लोगों को जागृत किया और कहा कि दहेज लेना और देना दोनों ही अपराध है। 


प्राचीन समय से हर माता पिता अपनी बेटी के लिए अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार बेतवा, गुहार प्रदान करता है लेकिन लोग इसे अपना अधिकार समझ कर आज के समय में जोर जबरदस्ती करते हैं और बेटियों को प्रताड़ित करते हैं जिसके फलस्वरूप अनेक बेटियों का घर उजड़ जाता है जो दहेज ले करके कन्या घर में लाते हैं 


उसे लक्ष्मी रूठ जाती है और जो बेटी के स्वरूप में बिना दहेज के प्रलोभन के बहू को घर लाते हैं उनके लिए वह कन्या लक्ष्मी का स्वरूप बन जाती है। घर में धन-धान्य की समृद्धि होती है। आचार्य ने कहा सत्संग से संस्कार आते है। 


मानव जीवन के लिए संस्कार बहुत ही आवश्यक हैं मनुष्य के भौतिक अध्यात्मिक और सामाजिक विकास के लिए सत्संग ही एकमात्र साधन है जो वास्तविकता में एक साधारण से मनुष्य को एक विशिष्ट मानव में परिवर्तित करने की सामर्थ्य रखता है। हमारे संस्कार ही हमारी पहचान हैं। 


क्रिसमस डे के अवसर पर आचार्य रसराज मृदुल महाराज ने कहा कि इस दिन को हमें पर्यावरण के प्रति सजग और समर्पण करने के लिए मनाना चाहिए, संतो के अनुसार यह दिवस तुलसी माता के पूजन का और स्थापना का दिवस है ।


इस दिन हम सबको मिलकर के तुलसी माता का पूजन अर्चन और घर में स्थापना करनी चाहिए। कथा से पूर्व करनैलगंज के अनेक भक्तों के साथ धर्म रक्षा सेतु संगठन के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ  तुलसी पूजन दिवस मनाया और तुलसी पौधारोपण कर अनेक भक्तों को तुलसी का पौधा वितरण किया।

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