कुलदीप तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। स्थानीय एसवीएम पीजी कालेज के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. अंबिकेश त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा कबीर सम्मान मिलने पर प्रबुद्धजनों मे प्रसन्नता की लहर देखी गयी।
हिन्दी के उत्कृष्ट लेखक डॉ. अंबिकेश को उनकी मशहूर कृति श्रीरामचरितमानस का साम्प्रतिक विमर्श पर 2021 के कबीर सम्मान के अलंकरण के साथ संस्थान द्वारा पचहत्तर हजार रूपये नकद पारितोषिक व प्रमाण पत्र एवं अंगवस्त्रम भी प्रदत्त हुआ है।
डॉ. अंबिकेश के सम्मान के अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डा. रामकठिन सिंह एवं प्रसिद्ध कथाकार डा. सुधाकर अदीव की भी खास मौजूदगी देखी गयी। वहीं हिन्दी संस्थान के निदेशक आरपी सिंह ने डा. अंबिकेश की कृति को साहित्य के क्षेत्र की विलक्षण धरोहर करार दिया है।
इसके पहले डॉ. अंबिकेश को चित्रकूट के जेआरएच विश्वविद्यालय से तुलसी सम्मान का भी अलंकरण मिल चुका है। डा. अंबिकेश पीजी कालेज की पत्रिका सारस्वती एवं संस्कार सौरभ के भी प्रधान संपादक रहे हैं।
लेखन एवं शोध पत्रों के प्रकाशन की श्रृंखला में लालगंज का नाम देश एवं प्रदेश में रोशन करने पर डा. अंबिकेश के सम्मान को लेकर यहां प्रबुद्धजनों मे खुशी देखी गयी।
पूर्व मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा, आचार्य रामअवधेश मिश्र, प्राचार्य डा. अमित सिंह, वरिष्ठ लेखक डा. दुर्गा प्रसाद ओझा, संस्कृत परिषद के आचार्य डा. शिवमूर्ति शास्त्री, साहित्यकार विशालमूर्ति मिश्र, ख्यातिप्राप्त गजलकार डा. अनुज नागेन्द्र, मानसमराल पं. रामफेर पाण्डेय, आचार्य पारसनाथ त्रिपाठी आदि ने डा. अंबिकेश को कबीर सम्मान मिलने को साहित्य के क्षेत्र मे गौरवशाली उपलब्धि कहा है।
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