रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। सिक्किम के गीजिंग जिले का अध्ययन करने वाली चार सदस्यीय टीम में गोंडा जिले के आदर्श शिक्षक रवि प्रताप सिंह को भी शामिल किया गया है।
गठित टीम अपनी रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार को देगी। रवि प्रताप सिंह ने बताया कि इस अध्ययन को पूरा करने के लिए सिक्किम के शिक्षा विभाग के अधिकारियों, अभिभावकों और बच्चों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे तथा आंकड़ा इकट्ठा करके उनसे ग्रुप डिस्कसन करते हुए रिपोर्ट बनाई जाएगी है।
पूरी रिपोर्ट बनने के बाद वर्चुअल क्लासेस के फायदे और नुकसान को समझने में मदद मिलेगी। इस टीम में प्रोफेसर वी सिंह, प्रोफेसर वी शर्मा, डॉक्टर गीता के साथ-साथ रवि प्रताप सिंह को जगह दी गई है।
सिक्किम सरकार की ओर से इस प्रोजेक्ट को पूरा कराने के लिए सिक्किम के शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आर के थापा को नामित किया गया है।
कोविड के दौरान स्कूलों के बन्द होने के कारण छात्रों की कक्षाएं आन लाइन मोड में ही संचालित हुई थी। जिसमें रवि प्रताप का अहम योगदान था।
छात्रों के वर्चुअल स्कूलिंग से संबंधित आकड़े, लर्निंग आउटकम, बच्चों के व्यवहार में आए बदलाव सहित कई मुद्दों पर चर्चा के बाद रवि प्रताप सिंह को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए गीजिंग में सम्मानित भी किया गया।
इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि यह जनपद के लिए गर्व की बात है।
खण्ड शिक्षा अधिकारी सीमा पाण्डेय, जिला समन्वयक हरिगोबिन्द यादव ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
जिलाध्यक्ष विनय तिवारी, जिला पंचायत सदस्य विवेक सिंह, उमाशंकर सिंह, देवेंद्र कुमार सिंह, अरविंद प्रताप सिंह, विभा सिंह , अमरेंद्र सिंह, ग्राम प्रधान मायाराम, मनोज पाण्डेय, बाबूलाल यादव, सीमा सिंह, भालेन्दु कुमार सिंह, विद्या भूषण सिंह, कृष्णानंद जायसवाल, आनंद तिवारी, राजकुमार, उत्तम प्रसाद, सर्वेश सिंह, याकूब सिद्दीकी आदि ने उन्हें बधाई दी है।
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