वासुदेव यादव
अयोध्या। राम नगरी अयोध्या के नया घाट स्थिति श्रावणकुंज मन्दिर की सबसे कम उम्र की उत्तराधिकारी महन्थ साध्वी रामेश्वरीशरण को सन्तों महंतो और हनुमानगढ़ी के नागाओं ने हनुमानबाग के श्री महन्थ जगदीशदास की अगुवाई में सन्तों की परंपरा के अनुसार विधिपूर्वक उनके गुरु श्री महन्थ रामस्वरूप शरण ने अपना कार्यभार सौंपते हुवे उन्हें मन्दिर का महन्थ घोषित किया है।
उनके सानिध्य में ही अयोध्या के संतो महंतो ने कंठी चादर देकर महंती का आशीर्वाद दिया है। इस महंती समारोह में हनुमानगढ़ी महन्थ राजूदास, महन्थ नन्दरामदास, पहलवान मामादास, महन्थ अर्जुनदास, विश्व विराट मन्दिर के श्रीमहन्त नरसिंहदास महराज, हनुमानगढ़ी के गद्दीनसीन के शिष्य डॉ महेशदास, तपस्वी छावनी के श्रीमहन्त आचार्य परमहंसदास महराज, महन्थ पवनकुमार शास्त्री, लाल साहब दरबार के श्रीमहन्त रामनरेशशरण, सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के बाबा बलरामदास व महन्थ ज्ञानदास के शिष्य हेमन्तदास सहित सैकड़ों की संख्या में नागाओं व श्रीमहन्थों ने कंठी चादर देकर अपना आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर नव नियुक्त युवा महन्थ साध्वी रामेश्वरीशरण को तपस्वी छावनी के श्रीमहंत आचार्य परमहंसदास ने नव नियुक्त महन्थ को तलवार भेंटकर नारी समाज की रक्षा का संकल्प दिलाया।
महन्थ रमेश्वरी शरण ने सभी श्रीमहन्थों के प्रति आभार प्रकट करते हुवे धन्यवाद ज्ञापित किया और शपथ लेते हुवे कहा कि वे महन्थ पद की गरिमा हमेशा अक्षुण्ण रखेंगी। कभी कोई आंच मन्दिर में नही आने देंगी।
आप को बताते चले कि नव नियुक्त युवा महन्थ रामेश्वरीशरण शिक्षा क्षेत्र में भी अव्वल है और एमए वा बीएड है और आश्रम में भी महिलाओं के लिए उनकी सुरक्षा और देख भाल व भरण पोषण कर जागरूक भी करती है। उनके उत्थान के लिए दिन रात मेहनत करती है।
जिससे उनका अच्छा खासा प्रभाव भी मन्दिर में है। कई छात्र छात्राओं को निशुल्क शिक्षा भी दिलाती है। गौ सेवा विद्यार्थी सेवा वृद्धा सेवा आदि उनके नेतृत्व में मंदिर में हो रहा है। श्रवण कुंज मंदिर का नया महान रामेश्वरी शरण जी के बनाए जाने से अयोध्या के सभी साधु संत मंदिर के सभी भक्त शिष्य काफी हर्षित हैं और प्रफुल्लित।
इस दौरान विराट भंडारे का आयोजन हुआ। जिसमें हजारों की संख्या में साधु संत महंत भक्तगण आदि शामिल रहे। सभी को महंत रामेश्वरी शरण ने दक्षिण भेंटकर सभी का स्वागत सम्मान की।
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