आनंद गुप्ता
पलिया कलां खीरी इंडो नेपाल बार्डर के समीप बसा मसानखम्ब गाव जिसमे माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गयी।
काफी समय से ईसाई मिशनरियां थारू क्षेत्र में सक्रिय हैं जो कि भोले भाले थारू लोगों को लालच देकर उनका धर्मांतरण करने में लगे हुए हैं जिससे कि बहुत बड़े स्तर पर लोगों का धर्मांतरण भी हो चुका है।
लोगों में हिन्दू धर्म के प्रति आस्था बढ़ाने के उद्दयेश् से हनुमान परिवार संस्था ने दुधवा नेशनल पार्क के जंगलो मै निवास करने वाले थारू समाज आज भी अपने देवी देवताओं के प्रति विश्वास आस्था तो रखता है मगर अपने देवो की प्रतिमाओ को देखने का अवसर नही मिला ।
हजारों की आबादी में एक दो गाव को छोड़कर किसी भी गांव मै मंदिर नही है। 25 नवंबर को कलस यात्रा प्रारम्भ हुई यही जिसमे सैकड़ो थारू बनवासी समाज के महिला पुरुष शामिल हुए ।
दूसरे दिन माता रानी की प्रतिमा को सात गावो मै पूजन के लिए ले जाया गया तीसरे दिन विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जिसमे भारत के साथ साथ नेपाल के भी सैकड़ो संतो का आगमन हुआ ।
कार्यक्रम में रामनाथ कन्हैया लाल वहाली राम ओमप्रकाश राणा। महा देव बाबू राम, प्रेम लाल, धनी राम राणा, रामौतार राणा, करिश्मा राणा, संजू राणा, राम सिंह , समझना राणा, ग्राम प्रधान शिव चरण , शांति राणा, व हनुमान परिवार के सैकड़ो कार्यकर्ताओ इस कार्यक्रम में भाग लिया।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ