रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। एनसीईआरटी नई दिल्ली में आयोजित नेशनल कंसल्टेशन मीट में देश के चुनिंदा शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। जिसमें उत्तर प्रदेश से दो शिक्षकों को इस मीट में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है।
शिक्षकों से उनके प्रायोगिक ज्ञान आधारित शिक्षण पर नेशनल मीट के दौरान व्याख्यान देने के लिए कहा गया है। प्राथमिक विद्यालय धौरहरा के आदर्श शिक्षक रवि प्रताप सिंह आईसीटी के ब्रांड एंबेसडर भी हैं उन्हें व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है।
रवि प्रताप सिंह ने बताया कि व्याख्यान में अनुभवात्मक शिक्षण के विभिन्न आयामों पर चर्चा होगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में दिए गए निर्देशों के क्रम में यह राष्ट्रीय सलाहकार मीटिंग बुलाई गई है।
इसमें स्कूल के कला आधारित, कहानी आधारित, खेल सहित विभिन्न विषयों पर आधारित शिक्षा शास्त्र पर भी चर्चा होगी। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के पाठ्यचर्या अध्ययन एवं विकास विभाग द्वारा देश के शिक्षकों, शिक्षा अधिकारियों हेतु लाभकारी होगा।
इस मीट में दिए गए सुझाव और शोध को शामिल किया जाएगा। इससे देश के शिक्षक और अधिकारियों को मदद मिलेगी। देश के चुनिंदा अध्यापकों के बीच रवि प्रताप सिंह धौरहरा स्कूल के टीचिंग प्रैक्टिस को प्रस्तुत करेंगे।
शिक्षकों से शिक्षण कार्य करने के दौरान आने वाली बाधाओं पर भी चर्चा होगी। इसके बाद एनसीईआरटी एक प्रोजेक्ट प्रारंभ करेगा। जिसका लाभ देश के शिक्षकों, अधिकारियों को मिल सकेगा और वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सफल बना सकेंगे।
इस सफलता पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी सीमा पाण्डेय, जिला पंचायत सदस्य विवेक सिंह, जिलाध्यक्ष विनय तिवारी, जिला मंत्री उमाशंकर सिंह, ग्राम प्रधान मायाराम, देवेंद्र सिंह, बाबूलाल यादव, मनोज पांडेय, विपिन सिंह, अमरेंद्र कुमार सिंह, मोहम्मद याकूब, अनोखेलाल, स्नेहलता, उमाशंकर मिश्र, नन्हू, कमल ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
स्कूल के अध्यापकों भालेन्दु कुमार सिंह, उत्तम प्रसाद,राजकुमार, राम कुमार सिंह,सीमा सिंह तथा छात्र शिवा निषाद, सौरभ पाण्डेय, मोहम्मद साहिल ने धौरहरा स्कूल की बड़ी उपलब्धि बताया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ