रमेश कुमार मिश्र..
तरबगंज गोण्डा।तरबगंज शिक्षा क्षेत्र के ग्रामपंचायत धौरहराघाट में स्थित इंग्लिश मीडियम सरकारी स्मार्ट स्कूल अव्यवस्थाओ का शिकार हो गया है। अव्यवस्था का आलम यह है कि बच्चों को मध्याह्न भोजन मिड डे मील मिलने की बात तो दूर रही, पीने के शुद्ध पानी तक नसीब नहीं है।
शौचालय में पानी और सफाई के अभाव में गंदगी कहर बरपा रही है। स्कूल के कई दरवाजे टूटने से चोरी की आशंकाये बनी रहती है बेेसिक शिक्षाधिकारी के निरिक्षण में सच सामने आया।
बताते चले की तरबगंज शिक्षा क्षेत्र के ग्रामपंचायत धौरहराघाट में बना पूर्व माध्यमिक विद्यालय इंग्लिश मीडियम सरकारी स्मार्ट कम्पोजिट स्कूल मे लगभग 450 नौनिहाल पिछले एक महीने से मध्यान्ह भोजन विद्यालय को कन्वर्जन मनी न मिलने से नहीं बन रहा है।
स्कूल की मनमानी से बच्चे भूखे रहकर पढ़ाई कर रहे है जून माह से सितंबर माह तक किसी तरह दुकानों से उधारी लेकर बच्चों को मेनू के तहत एमडीएम मिलता रहा लेकिन 450 बच्चों के खर्च का बोझ ना चल पाने से महीने भर से एमडीएम बंद पड़ा है जिसकी जानकारी स्कूल की ओर से खंड शिक्षा अधिकारी तरबगंज व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी जा चुकी है। बताया जा रहा है कि मिड डे मील का कन्वर्जन मनी प्रधानाध्यापक के खाते में आ रहा है।
जिस पर कन्वर्जन कास्ट के पैसे पर जून महीने से प्रधानाध्यापक व ग्राम प्रधान हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं जिससे कम्पोजिट व पूर्व जूनियर हाई स्कूल के लगभग 450 बच्चों को मिड डे मील का मध्याह्न भोजन नहीं मिल पा रहा है।
विकास खंड तरबगंज का पहला इंग्लिश मीडियम स्मार्ट स्कूल धौरहराघाट की स्थिति दिनों दिन बदतर होती जा रही है।
कंपोजिट विद्यालय स्कूल में लगे दो इंडिया टू मार्का हैंडपंप में एक गंदा पानी देता है मरम्मत के अभाव में काफी दिनों से बंद पड़ा है। स्कूल में लगे वाटर रनिंग के सभी टोटी लगने के समय से ही खराब व बंद पड़ी है।
शौचालय की स्थिति बद से बदतर है। बच्चे गंदगी के बीच खुले में शौच करने पर मजबूर है। शौचालय के सभी दरवाजे व कुंडी काफी दिनों से टूटे होने के साथ साथ पानी की किल्लत चिढ़ा रही है। बताया जा रहा है कि सफाई कर्मी की तैनाती जरूर है लेकिन सफाई से कोसों दूर हैं।
शिक्षकों ने सुनाई व्यथा
अध्यापकों ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय के इंग्लिश मीडियम प्राइमरी पाठशाला 2018 में अध्यापकों की ओर से स्कूल के कमरों में पंखे ,सीट बेंच और प्रोजेक्टर व बच्चों के लिए खेल सेट निजी पैसे से लगवाया गया था।बच्चों की संख्या 78 थी जिससे गांव-गांव घर-घर जाकर जागरूक करके बच्चों की संख्या 540 कराया गया था।
2019 में स्मार्ट विद्यालय घोषित हुआ। विद्यालय के उपस्थित अध्यापकों में स्कूल में प्रधानाध्यापक अतुल राय, प्रभाकर श्रीवास्तव पूर्व माध्यमिक विद्यालय,पारसनाथ शुक्ला, कविता, शिक्षामित्र अमिता देवी व दीपचंद मिश्रा है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी के औचक निरिक्षण में स्कूल की पोल खुल गई जिन्होने पूरे स्कूल का बारीकी से निरिक्षण किया और अध्यापको व ग्राम प्रधान को व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया।
क्या कहते है जिम्मेदार
प्रधानाध्यापक अतुल राय ने बताया की ग्राम प्रधान द्वारा चेक पर दस्तखत ना करने से मिडडेमील योजना बन्द पडी है और बच्चो को खाना नही मिल पारहा है।
प्रधान प्रतिनिधि आरडी तिवारी ने बताया की प्रधानाध्यापक के कारण बच्चो का मिडडे मील नही बन पारहा है क्योकि प्रधानाध्यापक अपने नाम पर चेक कटवाते है और मनमानी करते है जबकि नियम है की जिस फर्म या दुकान से सामान खरीदा जाता है उस फर्म या दुकान के नाम से चेक कटना चाहिए।
वही बेसिक शिक्षाधिकारी ने बताया की एक महीने से मिडडेमील बन्द है प्रधानाध्यापक व ग्राम प्रधान का तालमेल ठीक ना होने से अव्यवस्था बनी हुई है जिसे सुधार कर बच्चो का मध्याह्न भोजन तत्काल शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
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