वासुदेव यादव
अयोध्या। सिद्धपीठ श्रवण कुंज मंदिर में देवोत्थान एकादशी के पर्व पर भक्तों व शिष्यों का ताता लगा रहा। अयोध्या की 5 कोसी परिक्रमा पूर्ण करने के बाद भक्तों ने आस्था श्रद्धा व भक्ति की सरयू नदी में डुबकी लगाकर अपना जीवन धन्य किए।
बड़ी संख्या में भक्त राम जन्मभूमि परिसर रामलला मंदिर, कनक भवन मंदिर, सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी मंदिर और नयाघाट स्थित सिद्धपीठ श्रवण कुंज मंदिर में दर्शन पूजन कर अपना कृतार्थ किए।
एकादशी के दिन सरवण कुंज मंदिर की महंत परम पूज्या रामेश्वरीशरण जी के सानिध्य में विशेष पूजन अर्चन का आयोजन हुआ। दूरदराज से आए भक्तों शिष्यों ने दर्शन पूजनकर मंदिर के महंत से आशीर्वाद लिए।
इस दौरान मंदिर में हवन पूजन का भी कार्यक्रम हुआ। जिसमें काफी संख्या में भक्त शामिल रहे। साथ ही फलाहार भंडारा का विशेष आयोजन किया गया। जिसमें आए भक्तों ने प्रसाद ग्रहणकर अपना जीवन धन्य किए।
बता दें कि अयोध्या में हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा मेला लगता है और यह मेला अक्षय नवमी के दिन से आरंभ होता है और पूर्णिमा स्नान तक चलता है। इसमें 14 कोसी और पंचकोशी परिक्रमा लाखों की संख्या में बढ़ाकर करते हैं और मठ मंदिरों में दर्शन पूजन कर अपने-अपने गुरुद्वारे में जाते हैं और मंदिर के महंत से आशीर्वाद भी लेते हैं।
कार्तिक मेला के चलते अयोध्या में नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से व्यापक सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया। अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा में 20लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने परिक्रमा कर अपना जीवन धन्य किए।
बता दें कि 8 नवंबर को अयोध्या कार्तिक पूर्णिमा स्नान है। जिसमें शामिल होने के लिए पुनः लाखों की संख्या में भक्तगण अयोध्या आएंगे।
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