गोण्डा: कहते हैं कि जब कुछ कर गुजरने का जज्बा हो और अपनी मेहनत पर भरोसा हो तो कोई भी मुश्किल सामने टिकती नहीं है और फिर सफलता अपने आप कदम चूमती है।
ऐसा ही कुछ कर दिखाया है गुदड़ी के लाल ने जिसने आर्थिक संकट को आड़े नहीं आने दिया और शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित यूजीसी परीक्षा पास कर सफलता प्राप्त कर ली।
गोंडा जिले के मनकापुर ब्लॉक के धुसवा खास गांव के आशुतोष त्रिपाठी ने नेशनल एजेंसी के बैनर तले आयोजित जूनियर रिसर्च फैलोशिप परीक्षा पास की है। हिंदी साहित्य विषय से आशुतोष ने जेआरएफ परीक्षा पास कर गांव और परिजनों का मान बढ़ाया है।
बहुत ही मुफलिसी में धर्मनगरी काशी और फिर देश की राजधानी दिल्ली में पढ़ाई की और अब इस परीक्षा को पास कर जिंदगी की मुश्किलें थोड़ी आसान कर ली है। आशुतोष के पिताजी अनंतराम त्रिपाठी पूजा पाठ करा कर परिवार का जीवन यापन करते हैं और इसी कमाई से उन्होंने अपने बेटे आशुतोष और बेटी को दिल्ली पढ़ाई के लिए भेजा।
आशुतोष ने शुरुआती पढ़ाई गांव से की और फिर धर्म नगरी काशी से मैट्रिक की परीक्षा पास की इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू कॉलेज से भौतिक विज्ञान विषय से स्नातक किया। वही परिवार में संस्कृत भाषा का माहौल और पूजा पाठ की पृष्ठभूमि से होने के नाते हिंदी की तरफ लगाव हुआ और हिंदी साहित्य विषय से इस परीक्षा में शामिल हुए।
2022 में आए इस नतीजे में हिंदी साहित्य से महज 94 छात्र छात्राओं ने बाजी मारी है और लगभग डेढ़ लाख लोगों ने परीक्षा दी थी। आशुतोष ने अपनी सफलता का श्रेय पिता और परिजनों का आशीर्वाद और गुरुजनों का मार्गदर्शन बताया है।
इस सफलता के लिए स्थानीय विधायक और पूर्व मंत्री रामपति शास्त्री, भाजपा के वरिष्ठ नेता पुष्कर मिश्रा, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि चंद्रमणि त्रिपाठी और स्थानीय लोगों ने बधाई दी है और उज्जवल भविष्य की कामना की है वही स्थानीय लोग आशुतोष को उसकी सफलता पर शुभकामनाएं देने घर भी पहुंचे।
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