अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में रविवार को छुट्टी का दिन होने के नाते महर्षि वल्मीकि जयंती वर्चुअल मनाया गया । प्रबंध निदेशक डॉ एम पी तिवारी ने बच्चों को ऑनलाइन महर्षि बाल्मीकि विषय में जानकारी दी ।
जानकारी के अनुसार 9 अक्टूबर को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ऑनलाइन ‘महर्षि वाल्मीकि जी‘ की जयंती मनायी गयी। सर्वप्रथम इस अवसर पम विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने महर्षि वाल्मीकि के बारे में बताया कि आज सभी लोग इनको महर्षि वाल्मीकि के नाम से जानते हैं। हर साल अश्विन मास की पूर्णिमा को महर्षि वाल्मीकि की जयंती के रूप में मनाते हैं तथा महर्षि वाल्मीकि ने अपने जीवन पहले ऐसे महान कवि और संत थे, जिन्होंने रामायण जैसे महाकाव्य की रचना संस्कृत भाषा में की। वह भी भगवान राम के जन्म से पहले ही उन्होंने लिख दिया था। महर्षि वाल्मीकि संस्कृत रामायण के प्रसिद्ध रचयिता है जो आदिकवि के रूप में प्रसिद्ध है। इन्होनें संस्कृत में रामायण की रचना की। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। रामायण एक महाकाव्य है जो कि राम के जीवन के माध्यम से हमें जीवन के सत्य व कर्तव्य से, परिचित करवाता है। आदिकवि शब्द ‘आदि‘ और ‘कवि‘ के मेल से बना है। ‘आदि‘ का अर्थ होता है ‘प्रथम‘ और ‘कवि‘ का अर्थ होता है ‘काव्य का रचयिता‘। महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत के प्रथम महाकाव्य की रचना की थी जो रामयण के नाम से प्रसिद्ध है। प्रथम संस्कृत महाकाव्य की रचना करने के कारण वाल्मीकि आदि कवि कहलाये। महर्षि वाल्मीकि के जीवन से हम सभी को बहुत प्रेरणा मिलती है। उन्होंने अपने जीवन में अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से और अटल विश्वास के साथ में अपने जीवन को बनाया। वह एक लूटपाट करने वाले डाकू थे l महर्षि नारद मुनि द्वारा जब उनका हृदय परिवर्तन हुआ तब उन्होंने रामायण महाकाव्य की रचना की। विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा ऑनलाइन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम में प्रतिभाग किया । प्रतियोगिताओं के अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता में रत्ना प्रिया, मरियम आबदीन, अनुष्का दुबे, प्रांजल सिंह, आराध्या पांडे, गौरव शुक्ला, मान्या श्रीवास्तव, मेधावी सिंह, मानवी पाल एवं मानिक श्रीवास्तव ने महेश वाल्मीकि के ऊपर बहुत ही सुंदर सुंदर भाषण दिया । साथ ही कला प्रतियोगिता में मानसिक, रतन प्रिया, श्रेया श्रीवास्तव, दक्षेस सिंह, सौम्या शुक्ला, अनुष्का दुबे, उपासना रैकवार, दिव्यांश गुप्ता, मानिक श्रीवास्तव, दिव्यांशी पांडे, रवि यादव, पुष्कर दुबे, अनुराग पांडे, आकाश, अव्या, आकाश मिश्रा, प्रशांत विश्वकर्मा, समृद्धि सावन, एवं आस्था मिश्रा ने अपनी अपनी कला का प्रदर्शन किया। अन्त में विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 तिवारी ने ऑनलाइन बच्चों द्वारा भाषण एवं कला को देखकर समस्त प्रतिभागिओं का उत्साहवर्धन किया । इस अवसर पर विद्यालय, उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, संतोष श्रीवास्तव, अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), उर्वशी शुक्ला, प्रियेंका शुक्ला, नीलम श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, पूनम चौहान, किरन मिश्रा, दिव्या पाण्डेय तथा समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं नें छात्राओं के ऑनलाइन भेजे गए भाषण एवं कला को देखकर सराहना की तथा बच्चों को प्रोत्साहित किया।
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