अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में मुस्लिम समुदाय के प्रमुख त्यौहार में मिलाद उन नबी रविवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
जानकारी के अनुसार 9 अक्टूबर को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ऑनलाइन ‘मीलाद उन-नबी‘ का त्योहार मनाया गया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने ऑनलाइन बच्चों को संदेश दिया कि मीलाद उन-नबी इस्लाम धर्म के मानने वालों के कई वर्गों में एक प्रमुख त्यौहार है। इस शब्द का मूल मौलिद (Mawlid) है जिसका अर्थ अरबी में "जन्म" है। अरबी भाषा में 'मौलिद-उन-नबी' का मतलब है हज़रत मुहम्मद का जन्म दिन है। यह त्यौहार 12 रबी अल-अव्वल को मनाया जाता है मीलाद उन नबी संसार का सबसे बड़ा जशन माना जाता है। 1588 में उस्मानिया साम्राज्य में यह त्यौहार का प्रचलन जन मानस में सर्वाधिल प्रचलित हुआ। यह एक इस्लामिक त्यौहार हैं जिसे मुस्लिम लीग के लोग मनाते हैं. इस दिन प्रॉफिट मोहम्मद का जन्म दिन माना जाता हैं. यह दिन Rabi ul Awwal इस्लामिक कैलेंडर माह में मनाया जाता हैं. दुनिया के ज्यादातर हिस्से में मुस्लिम देश हैं, इस तरह इस्लामिक फेस्टिवल बहुत ज्यादा मनाये जाते हैं. प्रॉफिट मोहम्मद इस्लाम के पैगम्बर कहे जाते हैं।यह उत्सव पैगम्बर मुहम्मद के जन्म दिवस पर मनाया जाता है। साथ में यह भी बताया कि जो लोग इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं, वो इस दिन को निम्न प्रकार से मनाते हैं। कुछ लोग इस दिन पैगंबर मुहम्मद के जीवन से प्रकरणों को याद करके भक्ति काव्य और भजन पढ़ कर इस दिन को मनाते हैं। माता-पिता अपने बच्चों को पैगंबर की शिक्षा, वीरता और क्षमा चरित्र के बारे में बताते हैं । कुछ परिवारों में भी इस दिन को दान दिया जाता हैं. गरीबो के लिए कुछ करे यह ज्ञान अपने बच्चो को दिया जाता हैं । बहुत से लोग हरे झंडे या बैनर ले जाने के लिए या इन घटनाओं में भाग लेने के दौरान हरे रिबन या कपड़े पहनते हैं । हरा रंग इस्लाम और स्वर्ग का प्रतिनिधित्व करता है । कई कश्मीरी मुसलमानों जम्मू एवं कश्मीर के भारतीय प्रांत में है, जो श्रीनगर में हजरतबल दरगाह पर इकट्ठा होते हैं। हजारों लोग मिलाद संयुक्त राष्ट्र -नबी से पहले की रात को प्रार्थना में भाग लेने दरगाह में इक्कठा होते हैं । दुसरे दिन सुबह की नमाज मस्जिद में अदा करते हैं । मिलाद उन नबी मुस्लिम द्वारा उसी तरह मनाया जाता हैं जैसे क्रिश्चियन द्वारा क्रिसमस । इस दिन सभी मुस्लिम एक दुसरे से मिलते हैं तथा एक साथ जश्न मनाते हैं । इस दिन पैगम्बर मुहम्मद हज़रत साहब के बारे में पढ़ा जाता हैं, उनके जीवन का बखान किया जाता हैं, ताकि लोगो में शांति का सन्देश प्रेषित हो सके। ‘मीलाद उन-नबी‘ का त्योहार के अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं ने कला में जरीन खान, काव्या श्रीवास्तव, प्रशांत, वीरा जयसवाल, वैष्णवी, ख्याति मिश्रा, प्रेणा मिश्रा आदि बच्चों ने अपनी अपनी कला का प्रदर्शन किया।
अन्त में ‘मीलाद उन-नबी‘ के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने ऑनलाइन बच्चों द्वारा कला को देखकर समस्त प्रतिभागिओं का उत्साहवर्धन किया इस अवसर पर विद्यालय, उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, संतोष श्रीवास्तव, अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), उर्वशी शुक्ला, प्रियेंका शुक्ला, नीलम श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, पूनम चौहान, किरन मिश्रा, दिव्या पाण्डेय तथा समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं नें छात्राओं के ऑनलाइन भेजे गए कला को देखकर सराहना की तथा बच्चों को प्रोत्साहित किया।
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