अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय ग्वालियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज के छात्र छात्राओं ने रविवार को प्रबंधक तथा अध्यापक अध्यापिकाओं के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ दीपावली पर्व सेलिब्रेट किया ।
23 अक्टूबर को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘दीपावली‘ का पर्व मनाया गया। सर्वप्रथम दीपावली पर्व के शुभ अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी, सह निदेशक इं0 आकाश तिवारी तथा अंशिका तिवारी ने माँ सरस्वती एवं भगवान श्रीराम दरबार की चित्रों पर माल्यापर्ण करके द्धीप प्रज्जवलित किया। तत्पश्चात् बच्चों को बताया कि दीपावली पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। दीपावली भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। दीपावली दीपों का त्योहार है। अध्यात्मिक रूप से यह ‘अन्धकार पर प्रकाश की विजय‘ को दर्शाता है। दीपावली के दिन भगवान राम 14 वर्षो के वनवास के बाद अपनी पत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और उनके उत्साही भक्त हनुमान के साथ अयोध्या लौटे थे, अमावस्या की रात होने के कारण दिपावली के दिन काफी अंधेरा होता है, जिस वजह से उस दिन पूरे अयोध्या को दीपों और फूलों से श्री रामचंद्र के लिए सजाया गया था। तब से लेकर आज तक इसे दीपों का त्योहार और अंधेरे पर प्रकाश की जीत के रूप में मनाया जाता है। बच्चे इस दिन अपनी इच्छानुसार फुलझड़िया तथा अन्य पटाखे खरीद कर आनंद उठाते है। साथ ही हमे इस बात को समझना होगा कि दीपावली के त्योहार अर्थ दीप, प्रेम और सुख-समृद्धि से है। दीपावली का त्योहार हमें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। दीपावली का त्योहार सांस्कृतिक और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। इस त्योहार के कारण लोगों में आज भी सामाजिक एकता बनी हुयी है। साथ मे यह भी बताया कि दीपावली का त्योहार करीब 5 दिनों का होता है। जिसके पहले दिन धनतेरस होता है। धनतेरस के दिन लोग धातु की वस्तुओं जैसे सोने और चांदी के आभूषण को खरीद कर अपने घर लाते है। दीपावली के दूसरे दिन नरक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। जिसे छोटी दीपावली के रूप में मनाते है। तीसरे दिन दीपावली त्योहार का मुख्य दिन होता है। इस महालक्ष्मी और श्री गणेश जी की पूजा की जाती है। दीपावली के चौथे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है क्योंकि इस भगवान श्री कृष्ण ने इंद के क्रोध से हुई मूसलाधार वर्षा से लोगों को बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी एक उंगली पर उठा लिया था। दीपावली के त्योहार के आखिरी दिन को भाई दूज के रूप में मनाया जाता है।
दीपावली के अवसर पर विद्यालय में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सांस्कृति कार्यक्रम, हाउसबोर्ड, कला एवं रंगोली का आयोजन किया गया। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम में सर्वप्रथम एक सुन्दर सा समूह नृत्य गीत-राम आये अवध की ओर सजनी नामक गीत पर गौरी, सिद्धी, श्रद्धा, दिव्या, आराध्या, समृद्धि, जान्हवी आदि ने सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किया तथा वीरा (राम), यशी (लक्ष्मण) एवं वैष्णवी ने (सीता) का अभिनय किया। तत्पश्चात् एक अन्य समूह नृत्य में गीत-दीपावली गली गली मिलकर मनाये रे नामक गीत पर आराध्या, नाव्या, सिमर, समृद्धि, अलीशा, सुभिक्षा, आयुशी, दिव्यांशी आदि ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। इसी क्रम में समूह नृत्य गीत-हैप्पी दिवाली में सौम्या, अंशिका, सिफा, अनन्या, आकृति, रत्नप्रिया एवं रिया पाण्डेय ने अति सुन्दर नृत्य प्रस्तुत करके दर्शकों का मन मोह लिया। हाउस बोर्ड प्रतियोगिता के अन्तर्गत टैगोर हाउस प्रथम, आजाद हाउस द्धितीय, गाँधी हाउस तृतीय तथा सुभाष ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। कला के अन्तर्गत प्राकेत, ख्याति, अस्तित्व, जैद, अंश, पुष्कर, काव्या, अनुराग, आदित्य, आविका एवं राशि नें अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन किया। रंगोली के अन्तर्गत अन्य, आराध्या, शाहवी, विराट, मानिक, वीरा, नाव्या, आस्था, अविरल, पलक, आयुशी, वैष्णवी, विवेक, आयुशी, अरव, मेधावी, मानवी एवं शबा ने बहुत ही सुन्दर रंगोली बनाकर प्रदर्शन किया। अन्त में प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने बच्चों को बताया कि आप सभी लोग दीपावली के अवसर पर अपने आस-पास के कूड़ा-करकट तथा घर की साफ-सफाई इत्यादि करके घर को सुन्दर बनायें। साथ ही बच्चों द्वारा समूह नृत्य की प्रस्तुति को देखकर समस्त प्रतिभागिओं का उत्साहवर्धन किया इस अवसर पर विद्यालय, उप प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, संतोष श्रीवास्तव, अध्यापकगण राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज), उर्वशी शुक्ला, प्रियेंका शुक्ला, नीलम श्रीवास्तव, अर्चना श्रीवास्तव, पूनम चौहान, किरन मिश्रा, दिव्या पाण्डेय तथा समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं नें छात्राओं के मनमोहक कार्यक्रम को देखकर सराहना की तथा बच्चों को प्रोत्साहित किया।
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