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अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया । सीएम योगी का उड़न खटोला सदर विधानसभा क्षेत्र के बलरामपुर उतरौला मार्ग पर मझौव्वा गांव के पास सड़क पर लैंड कराया गया। सड़क पर ही बने एक छोटे से पंडाल में सीएम योगी ने बाढ़ राहत किट का वितरण किया तथा प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम जाना ।
सीएम योगी ने एक छोटे से बालक को गोद में उठाकर कहा कि हम हर गरीब और बेसहारा लोगों के साथ खड़े हैं । उन्होंने आश्वस्त किया कि किसी को भी कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी ।
12 अक्टूबर देवीपाटन मंडल के नेपाल सीमावर्ती जिले बलरामपुर व श्रावस्ती जिलों में राप्ती नदी व पहाड़ी नालों में आयी बाढ़से प्रभावित इलाकों का बुधवार को हवाई सर्वेक्षण करते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर सदर इलाके में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित किया ।
सीएम योगी ने बलरामपुर सदर तहसील क्षेत्र के मझौवा गांव पहुंचकर बाढ़ की विभीषिका का दंश झेल रहे 100 से अधिक परिवारों को राहत किट वितरित की। इसके पश्चात् मीडियाकर्मियों से मुखातिब होकर योगी ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ प्रभावित सभी जिलों में सरकार युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य में जुटी है।
उन्होनें कहा कि सभी पीड़ित परिवारों को पर्याप्त संख्या में गेंहू, आटा, चावल, चना, भूजा, दाल, तेल, नमक, दियासलाई, मोमबती, बाल्टी तथा आवश्यक दवा मिलाकर राहत किट वितरित की जा रही है। उन्होनें बलरामपुर जिले की बाढ़ को अप्रत्याशित बताते हुये कहा कि हमेशा बाढ़ 15 से 20 सितम्बर के मध्य बाढ़ की स्थिति बन जाती थी लेकिन इस बार विजयादशमी के बाद अक्टूबर महीने में अत्यधिक बारिश के कारण बाढ़ आयी और गोण्डा से बलरामपुर, बलरामपुर-तुलसीपुर, बलरामपुर बहराइच तथा बलरामपुर-उतरौला मार्ग बाधित हो गया।
उन्होनें कहा कि सरकार ने बाढ़ रोकने के कई ठोस कदम भी उठाये थे। श्री योगी ने कहा कि प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा है। उन्होनें जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे अन्य कार्य छोड़कर प्राथमिकता पर जिन पीड़ितों के घर गिर गये है उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना से लाभान्वित कराये और जिन्हें आंशिक रूप रूप से हानि हुई है उन्हें आपदा राहत से तत्काल सहायता दिलाने में उनकी मदद करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये गये है कि अस्पतालों व राहत शिविरों में सांप बिच्छू के काटने पर लगने वाले इंजेक्शन की निरंतर उपलब्धता बनाये रखे।
इसके अलावा स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुदृढ़ कर पीड़ित परिवारों तक पहुंचायें।उन्होनें कहा कि बलरामपुर में 280 से अधिक प्रभावित गांवों में पीड़ितों के भोजन की व्यवस्था कम्युनिटी किचन या पैकेट के माध्यम करायी जा रही है।
उन्होनें कहा कि बाढ़ जैसी आपदा का मुकाबला सभी को मिलकर करना होगा।उन्होनें बाढ़ पीड़ितों के धैर्य की सरहाना करते हुये आभार व्यक्त किया।
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