वासुदेव यादव
अयोध्या:यलोजोन स्थित अशर्फी भवन चौराहे के पास गुरुवार की देर रात युवक के पैर में लगी गोली के मामले में सीसीटीवी फुटेज ने साजिश की पोल खोल दी।
फुटेज खंगालने और प्राथमिक छानबीन में साबित हुआ है कि घायल युवक ने खुद ही साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया। अब पुलिस साजिश रचने वाले युवक पर शिकंजा कसने में जुट गई है।
गुरुवार की रात लगभग 10:45 बजे अशर्फी भवन चौराहे के पास बेगमपुरा मोहल्ला निवासी युवक पवन कुमार दुबे पुत्र धर्मराज के पैर में गोली लगने की सूचना पुलिस को मिली।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को श्री राम चिकित्सालय भिजवाया,बाद में उसे मेडिकल कॉलेज दर्शन नगर रेफर कर दिया। मौके से खून लगा तमंचा बरामद किया था।
घायल पवन का आरोप था कि पड़ोसी जनपद गोंडा के नवाबगंज थाना क्षेत्र स्थित तुलसीपुर माझा के रहने वाला प्रशांत सिंह ने बकाया रुपया वापस मांगने पर नवाबगंज कस्बा निवासी अंकित भार्गव के साथ उस पर जानलेवा हमला किया।
जानलेवा हमले में आरोपित किये गये प्रशांत का नाम पड़ोसी जनपद निवासी शिक्षिका अपहरण कांड में चर्चा में आया था। जिसमें घायल पवन संरक्षण देने के आरोप में गिरफ्तार हुआ था।
मामला यलो जोन क्षेत्र से जुड़ा होने के चलते अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस बरामद तमंचे को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भिजवाया तथा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालने में जुट गई।
मेडिकल रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज से साबित हुआ कि घायल ने खुद ही अपने पैर में गोली मारी है। तमंचे में लगा खून भी इस बात को साबित करता नजर आया।
ताकि काम आगे बढ़ी तो पता चला कि मूल रूप से मथुरा निवासी पवन ने प्रशांत सिंह से ढाई लाख रुपए मांगा था, न देने पर फंसाने के लिए यह साजिश रची।
प्रभारी निरीक्षक अयोध्या कोतवाली मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि प्राथमिक छानबीन और सीसीटीवी फुटेज से आरोप गलत साबित हुआ है। वारदात को घायल ने हीं साजिश के तहत अंजाम दिया है। मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है
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