राज्यसभा सदस्य तिवारी ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स’ की रैंकिंग में देश की हालत को दुनिया के पटल पर बताया अपमान जनक
कुलदीप तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने भारत में भूख के स्तर को ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स’ की रैंकिंग में अत्यन्त गम्भीर स्थिति को लेकर मोदी सरकार की दुनिया के पटल पर वैश्विक भूख सूचकांक के क्षेत्र में एक और दयनीय स्थिति करार दिया है।
श्री तिवारी ने कहा कि इस रिपोर्ट में सबसे शर्मनाक और दुःख की बात है कि हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान 99वें स्थान पर हैं तो बंगला देश 84 स्थान पर तथा नेपाल 81 स्थान पर और श्री लंका 64 वें स्थान पर हैं।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी कहा कि एक सौ इक्कीस देशों की इस सूची में भारत का बच्चों में कुपोषण, भूख, तथा नाटेपन की दुर्दशा में 107वें पायदान पर भूख के क्षेत्र में खड़ा होना मोदी सरकार के देश की प्रगति के दावांे पर करारा तमाचा भी है।
उन्होंने कहा कि ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स’ के माध्यम से ग्लोबल, रीजनल तथा नेशनल स्तर पर भूख पर नजर रखी जाती है। श्री तिवारी ने कहा कि इससे ज्यादा दुःखद देश के हालात क्या हो सकते है कि एक तरफ आम आदमी का सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण जीना दूभर हो गया है और दूसरी तरफ दुनिया में सबसे भूख के स्तर वाले क्षेत्र के तहत बच्चों में नाटेपन की दर का प्रतिशत यह रिर्पोट भारत की दयनीय दशा बयान कर रही है।
सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस रिपोर्ट के बाद देश के सामने यह कड़वी सच्चाई उजागर हो गई है कि मोदी सरकार ने देश के जो हालात बना रखें हैं वह कष्ट और पीड़ा की भी इंतहा है।
उन्होंने हंगर इंडेक्स में भारत की इस गिरावत को गम्भीर चिन्ता ठहराते हुए इसे मौजूदा सरकार की लापरवाही का भी खतरनाक नतीजा बताया है। उन्होने कड़े अंदाज में कहा है कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से भारत के लिए विनाशकारी तथा अपमान का कड़वा घूंट भी है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरागांधी, लाल बहादुर शास्त्री, तथा नरसिंह राव के साथ मनमोहन सिंह की सरकारों ने जिस तरह से किसानों के सहयोग से हरित क्रांति और श्वेत क्रांति के माध्यम से अपने कार्यकाल में देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में सरप्लस स्टेज पर पहुंचा दिया था, उसे मोदी सरकार के कृषि क्षेत्र को कमजोर करने वाली कई काली नीतियों ने आज सोंचनीय स्थिति में भी ला खड़ा कर दिया है।
मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल के हवाले से रविवार को यहां जारी बयान में प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार से हंगर इंडेक्स में भारत की रैंगिक में हो रही लगातार गिरावट की स्थिति को संभालने के लिए किसान विरोधी काले अध्यायों को समाप्त किए जाने पर जोर दिया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ