श्याम त्रिपाठी
गोण्डा: श्री अवध रामलीला समिति के तत्वावधान में आयोजित अति प्राचीन एवं ऐतिहासिक 12 दिवसीय श्री रामलीला महोत्सव का शुभारंभ वैदिक विधि विधान एवं मुख्य अतिथि के द्वारा फीता काटकर हुआ ।
बताते चलें कि शिवदयालगंज इस ऐतिहासिक रामलीला कि अपनी बहुत सी विशेषताएं हैं ।कार्यक्रम संचालक विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि रामलीला में अभिनय करने वाले सभी कलाकार स्थानीय हैं । और व्यापार से जुड़े हुए हैं ।
इस महोत्सव की स्थापना सन 1958 में उस समय के वर्तमान ग्राम प्रधान राम आसरे गुप्ता के साथ दर्जनों लोगों ने मिलकर की थी । जिन की तीसरी पीढ़ी अब इस परंपरा को निभा रही है ।
अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गुप्ता बताते हैं कि बाजार के छोटे-छोटे बच्चे भी रामलीला में रुचि रखते है । जिससे वह भी हर अभिनय में निपुण हैं ।
इस रामलीला में 90 के दशक में राम का अभिनय करने वाले विजय कुमार गुप्ता जो इस समय धामपुर चीनी मिल के जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं । तो वही सन 2005 के पूर्व भरत का अभिनय करने वाले विक्रम अजीत सोनी असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर विभाग में तैनात हैं ।
समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रजनीश कमलापुरी का कहना है कि इस धार्मिक अनुष्ठान का महत्व इतना अधिक है कि आसपास के तमाम जनप्रतिनिधि इसमें सहयोगी एवं इसका हिस्सा बनने की प्रबल इच्छा रखते हैं ।
इस वर्ष के महोत्सव का शुभारंभ ग्राम सभा के प्रधान राघवेंद्र प्रताप सिंह ने फीता काटकर किया । वही लीला का शुभारंभ सिद्धिविनायक प्रथम पूज्य भगवान गणेश की भव्य झांकी से हुआ ।
जिसमें राजा सीलनिधि की पुत्री विश्व मोहिनी का स्वयंवर का आयोजन किया गया । विश्व मोहिनी के सुंदरता पर मोहित होकर विश्वामित्र भगवान श्री हरि विष्णु के धाम पहुंचते हैं और उनसे हरि जैसा रूप मांगते हैं ।
हरि विष्णु द्वारा मुनि को बंदर का स्वरूप प्रदान करने के कारण मुनि विश्वामित्र का स्वयंवर में उपहास होता है ।और हरि विष्णु अचानक स्वयंबर सभा में पहुंचकर विश्व मोहिनी के गले में वरमाला डाल कर लेकर चले जाते हैं ।
जिससे विश्वामित्र क्रोधित होकर क्षीर सागर में पहुंचकर भगवान हरि विष्णु को श्राप दे देते हैं l जिससे आगे चलकर भगवान राम के अवतार, वन गमन, राक्षसों का मर्दन आदि का मार्ग प्रशस्त होता है l
विष्णु का अभिनय राजेंद्र गुप्ता, शंकर अनूप कुमार गुप्ता, सिलनिधि परमानंद गुप्ता, विश्वामित्र का अभिनय ओम प्रकाश गुप्ता ने किया ।
अन्य कलाकारों में गौरी शंकर गुप्ता, रजनीश कमलापुरी , इंद्रपाल गुप्ता , गणेश चंद्र गुप्ता , पुरषोत्तम गुप्ता आदि रहे ।
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