वेदव्यास त्रिपाठी
खबर प्रतापगढ़ से है जहां उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ जिला कमेटी प्रतापगढ़ के आवाहन पर जनपद भर के विद्युत उप केंद्रों पर काम करने वाले अनुरक्षण एवं परिचालन कर्मियों ने अपने कार्य का बहिष्कार किया।
कार्य बहिष्कार करते हुए संविदा कर्मचारियों ने विद्युत वितरण खंड लालगंज कुंडा अपने-अपने अधिशासी अभियंता कार्यालयों पर एवं विद्युत वितरण खंड प्रथम एवं रानीगंज के कर्मचारियों ने अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल प्रतापगढ़ चिलबिला के कार्यालय पर बड़ी संख्या में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
इस अवसर पर अलग-अलग सभाएं भी की गई सभाओं को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि अनुरक्षण और परिचालन कार्य में करने वाले कर्मचारियों को विगत 3 वर्षों से सुरक्षा सामग्री नहीं मिली है जान हथेली पर रखकर काम करना पड़ता है ।
आए दिन कोई न कोई कर्मचारी दुर्घटनाग्रस्त हो रहा है कभी लाइन पर तो कभी फीडर से कर्मचारी अपंग हो रहे हैं उनके इलाज के लिए ठेकेदार अथवा विभाग दोनों जिम्मेदारी नहीं उठाते और कर्मचारी तिल तिल कर के मरने के लिए मजबूर हैं।
प्रशासन और शासन की ओर से भी कोई ध्यान देने वाला नहीं है। अगस्त महीने में अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन के बाद 11 बिंदुओं पर समझौता हुआ था लेकिन किसी का पालन नहीं किया गया ।
जिसके चलते पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज 10 अक्टूबर को कार्य बहिष्कार किया जा रहा है। वक्ताओं ने यह भी चेतावनी दी है यदि अधिकारी और प्रबंधन ध्यान नहीं देगा तो कर्मचारी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने के लिए मजबूर होंगे।
अधीक्षण अभियंता कार्यालय प्रतापगढ़ पर आयोजित सभा को मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ प्रयागराज क्षेत्र के मंत्री हेमंत नंदन ओझा जिला मंत्री राम सूरत मंडल मंत्री मोतीलाल खंड प्रथम के अध्यक्ष रामप्रकाश तिवारी जिला प्रचार मंत्री संजय पांडे, ओमप्रकाश सिंह, सुरेश कुमार , प्रयाग नारायण शुक्ला, मीटर रीडर संघ के अध्यक्ष अमरनाथ यादव,आदि दर्जन से अधिक वक्ताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता को एक ज्ञापन भी दिया गया।
ज्ञापन में कहा गया कि समझौते के अनुसार न तो सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराई गई और ना ही सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराने के संबंध में फर्म के विरुद्ध कोई कार्यवाही की गई, खराब फीडरों को ठीक नहीं कराया गया सुविचार कंट्रोल रूम आदि में भी रोशनी का कोई इंतजाम नहीं है किसी भी उपकेंद्र पर न तो शौचालय क्रियाशील हैं और न पीने के पानी का इंतजाम है।
जिन कर्मचारियों के ड्यूटी पर कार्य करते हुए दुर्घटना हुई है अपंग हो गए हैं उनके ना तो इलाज का इंतजाम किया गया है न इलाज का खर्च दिलाया गया है और क्षतिपूर्ति भी नहीं दी गई है संविदा कर्मचारियों के वेतन में मनमानी कटौती की जाती है किसी भी कर्मचारी को कोई साप्ताहिक अवकाश नहीं दिया जा रहा है मीटर रीडर कर्मियों के संबंध में आश्वासन के अनुरूप कोई कार्यवाही नहीं हो रही।
ज्ञापन लेने के बाद अधीक्षण अभियंता इंजीनियर सत्यपाल ने गंभीरता पूर्वक कार्यवाही करने का आश्वासन देते हुए बताया कि आज ही कुछ निर्देश निर्गत किए जा रहे हैं और आगामी 13 अक्टूबर को शाम 4:00 बजे सभी अधिशासी अभियंताओं की उपस्थिति में संगठन के प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलकर समस्याओं के समाधान का रास्ता निकाला जाएगा।
अंत में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह दावा किया गया कि जनपद के सभी उप केंद्रों के 98% से अधिक कर्मचारी आंदोलन में शामिल रहे।
और यदि किसी कर्मचारी का उत्पीड़न आगे भी किया गया तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और संगठन आर पार के संघर्ष के लिए तैयार रहेगा।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ