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करनैलगंज:खतरे के निशान से मीटर से अधिक ऊचाई पर पहुंच चुकी सरयू नदी की धारा, मची तबाही



रजनीश/ज्ञान प्रकाश 

करनैलगंज(गोंडा)। घाघरा के सैलाब से दिनोंदिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। नदी के लगातार बढ़ रहे जलस्तर से बाढ़ से प्रभावित इलाको की स्थिति बिगड़ती जा रही है।


गांव के गांव बाढ़ की जद में आ गए है। अब तक करीब तीन दर्जन गांव पूरी तरह बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं लोगों के घर गृहस्ती का पूरा सामान डूबा हुआ है।

लोग अपनी जान और जानवरों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर ठिकाना बनाए हुए हैं। तीन गांव मांझा रायपुर, नउवन पुरवा, परसावल ऐसे हैं जहां पक्के कच्चे व पुरुष के घर दिखाई नहीं दे रहे हैं। 


पानी में डूब चुके हैं। वहीं सरयू नदी का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है। खतरे के निशान से करीब एक मीटर से अधिक ऊचाई पर पहुंच चुकी नदी की धारा तबाही मचा रही है। 


हालांकि राहत की बात यह है कि सोमवार को सरयू में पानी का डिस्चार्ज साढे सात लाख क्यूसेक था। तो मंगलवार को घटकर पौने पांच लाख तक पर आ गया है और डिस्चार्ज घटने से अनुमान लगाया जा रहा है। 


उधर नदी, पोखरा, तालाब, नहर, नाला सब पानी से लबालब भरे हुए हैं। गांव से पानी निकलने का कोई रास्ता नहीं है। जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें महीनों तक बनी रह सकती हैं। उधर करनैलगंज की सरयू नदी भी लगातार बढ़त बना रही है। लगातार इस नदी का भी जलस्तर बढ़ रहा है। 


सरयू नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का पानी तेजी से भरने लगा है। सरयू घाट पर सभी सीढियां लबालब भर चुकी हैं। नदी से बाढ़ का पानी बाहर भरने लगा है।


 ग्राम सकरौरा ग्रामीण, नारायन पुर मांझा, बसेहिया, कचनापुर, झिंगही तथा नारायन पुर मांझा के मजरा गोंडियन पुरवा, छगड़िहन पुरवा, चाइन पुरवा, बोडन पुरवा, भठियारन पुरवा बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। जहां अब नावें चलने लगी हैं।


 बाढ़ खंड के एई अमरेश सिंह बताते हैं बांध पर निरंतर निगरानी की जा रही है, अभी कोई खतरा नहीं है। लगातार पानी का डिचार्ज हो रहा है।


एसडीएम हीरालाल ने बताया करनैलगंज तहसील के तीन गांवो के 15 मजरे बाढ़ से प्रभावित हैं। नकहरा के नौ मजरे जिसमें राधेपुरवा, तीरथरामपुरवा, पुहिलपुरवा, बसंतलालपुरवा, मोछारनपुरवा, दुलारेपुरवा, छंगूलालपुरवा, संभरपुरवा, देवकिशुनपुरवा शामिल है। वहीं चन्दापुर किटौली के नाऊपुरवा, बिचला पुरवा व धुसवा है। जहां की स्थिति खराब है। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। 


इसी प्रकार पसका के दो मजरे इकनिया मांझा व गोड़ियन पुरवा में बाढ़ का पानी भर चुका है। एसडीएम ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों को राशन वितरित किया जा चुका है। 


सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है, जहां भोजन बन रहा है लंच पैकेट बनवा कर वितरित कराया गया है।

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