आनंद गुप्ता
पलिया कलां खीरी: नगर के तेज महेंद्रा सरस्वती विद्या मंदिर में भारत रत्न लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई झवेरभाई पटेल आजाद भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री थे।
भारत के स्वतन्त्र होने के समय यह देश 650 से अधिक छोटी छोटी रियासतों का समूह था। इसे एकता के सूत्र में पिरोकर एक अखण्ड राष्ट्र बनाने का संकल्प लेकर सभी रियासतों को एक किया।
जूनागढ़ की रियासत को मिलाने में थोड़ा उंगली टेढ़ी करनी पड़ी। जम्मू कश्मीर की रियासत तत्कालीन प्रधानमंत्री जी के कारण मामला यूएनओ में गया।
इतने प्रबल परिश्रम एवं राष्ट्र निष्ठा के कारण लौह संकल्प का परिणाम है - वर्तमान राष्ट्र। इसलिए इन्हे अपने भारत राष्ट्र का शिल्पी कहा जाता है। उक्त विचार सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज पलिया कलां में वन्दना सभा के पश्चात लोक तन्त्र के चतुर्थ स्तम्भ के रूप में स्थापित प्रतिष्ठित पत्रकार विश्व कान्त त्रिपाठी ने व्यक्त किए।
उन्होंने भैया बहनों एवं आचार्य परिवार को राष्ट्र एकता दिवस पर पटेल जी की दूरदर्शिता एवं कार्यशैली आधारित राष्ट्र की एकता व अखण्डता की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर अवध प्रान्त में ऊंची कूद एवं रिले रेस में स्वर्ण पदक विजेता आलोक यादव को सम्मानित किया गया। इस सम्मान कार्यक्रम में विद्यालय समिति के अध्यक्ष एवं व्यापार मण्डल के महामंत्री चांद कुमार जैन, नगर के प्रतिष्ठित भागवत कथा वाचक वेद प्रख्याता वेद प्रकाश मिश्र , श्री सुन्दर काण्ड पाठ सेवा मण्डल के संस्थापक निरंकार प्रसाद बरनवाल एवं पवन अवस्थी उपस्थित रहे।
सभी महानुभावों ने भैया आलोक को शुभ कामनाएं दीं। चाँद कुमार जैन ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया, विश्व कान्त ने मेडल पहना कर, बरनवाल एवं वेद प्रकाश ने अंगवस्त्र के साथ सुन्दरकाण्ड की पवित्र पुस्तक भेंट की।
सम्मान कार्यक्रम के दौरान विश्व कान्त जी द्वारा भारत माता की जय के जयघोष से वन्दना हॉल गूंज उठा।
समिति के चाँद कुमार जैन ने भैया आलोक का उत्साहवर्धन करते हुए क्षेत्र स्तर पर विजय की शुभ कामनाएं दीं।
अन्त में प्रधानाचार्य वीरेन्द्र वर्मा ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर विद्यालय परिवार की तरफ से सभी को मंगल कामनाएं देते हुए पधारे सभी महानुभावों का आभार प्रकट किया।
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