भजन गायिका के हनुमान चालीसा के दोहो की अनूठी प्रस्तुति पर गीत संगीत की भक्तिमय धारा हुई प्रवहमान
मेरे रघुनंदन कार्यक्रम में प्रस्तुति देती भजन गायिका डा. ऋचा सिन्हा
वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़ स्वर, साधना तथा लय व कला के लोक संगम का लखन नगरी में जब सुमधुर आवाज बनकर मुम्बई की प्रसिद्ध भजन गायिका डा. ऋचा सिन्हा ने मेरे रघुनंदन कार्यक्रम को प्रवहमान बनाया तो हर हाथ करतल ध्वनि मे गूंज उठे।
लखनऊ के मॉल एवेन्यू के कैप्चीनों ब्लास्ट में शंभुका फाउण्डेशन के बैनरतले डा. ऋचा सिन्हा ने हनुमान चालीसा से जुडे भक्तिमय दोहों को अपनी विधा में आवाज दी तो कार्यक्रम स्थल महाबली हनुमान की आराधना में हिलकोर लेने लगा।
डा. ऋचा सिन्हा ने मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के मनोहारी विविध स्वरूपों से जुडी भजन की कोकिल पंक्तियों को भी कुछ ऐसा गुनगुनाया कि भजन के बोल सुधी श्रोताओं के दिल में उतर गये।
हनुमान चालीसा के दोहों चारों जुग परताप तुम्हारा, ... सीताराम लखन मन बसिया की विशेष प्रस्तुति को डा. ऋचा सिन्हा ने सुधी श्रोताओं के बीच लोक लुभावन प्रस्तुति में मनोहारी लय प्रदान कर वाहवाही हासिल करती भी दिखी।
सुप्रसिद्ध भजन गायिका ऋचा कार्यक्रम में मौजूद प्रबुद्ध वर्ग की भारी उपस्थिति के बीच ऋचा ने भजन के हर उस मुकाम को तराशा जिसमें आध्यात्म और संस्कृति का दर्शन गोमती की धारा के साथ लोगों मे हृदयंगम हो उठा।
कार्यक्रम के आयोजको के चेहरे पर भी ऋचा की प्रस्तुतियों ने जहां उत्साहजनक सकून दे रखा था वहीं राजधानी के श्रोताओं की सुनहली मुस्कान से जुडी भावभंगिमा भी आयोजन की सफलता को चार चांद लगा गया।
ऋचा ने भी प्रस्तुतियों को संबल देने के लिए बडी संख्या मे जुटे अपने प्रशंसको के प्रति स्नेह और संबल तथा संस्कृति के पटल को निखार देने के लिए आभार भी जताया।
वहीं कार्यक्रम में डा. ऋचा की आवाज को गायक शिव जी पाण्डेय शिवम के साथ तबला पर सुनील श्रीवास्तव, पियानो पर प्रशांत भालेकर व प्रमोद जाधव के अलावा बांसुरी मे हरीश काम्बले की भी बेमिसाल प्रस्तुति लोगों को पसंद आयी।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल त्रिपाठी, अनुराग गोयल, शिवानी श्रीवास्तव, संस्कृति सिंह निरंजन, प्रिया मिश्रा आदि रहे।
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