रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। तेज बारिस के बावजूद रामलीला मैदान में श्रीराम-रावण के बीच भीषण युद्ध व रावण के पुतले का दहन हुआ।
बरसात में भी हजारों दर्शकों की भीड़ मैदान में लीला का मंचन देखने को जुटी। बुधवार को खराब मौसम के बाद भी धूमधाम से मनाया गया दशहरा का त्यौहार।
श्रीरामलीला कमेटी करनैलगंज द्वारा एक सौ सत्तर वर्ष से अधिक समय से रामलीला का मंचन दिखाया जा रहा है। मंगलवार की रात्रि से ही बारिस होने लगी, जो बुधवार को पूरे दिन भारी बरसात होती रही।
लोग अंदाजा लगा रहे थे कि इस बार दशहरा नहीं होगा और न ही रावण का पुतला जल सकेगा। मगर रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों की हिम्मत और मेहनत ने खराब मौसम व बारिस को भी मात दे दिया।
बारिस होती रही और प्रतिवर्ष की भांति राम रावण का युद्ध हुआ। पूरा मैदान दर्शकों से भरा रहा। कोई बारिस से बचने के लिए छाता ताने रामलीला का आनंद ले रहा था, तो कोई बारिस में भीगते हुए दशहरा की मनोहरी दृश्य को देख रहा था।
इस तरह कहा जा सकता है कि हिम्मत के आगे कोई भी बाधा नहीं टिकती। रामलीला मैदान में पानी व कीचड़ होने के बावजूद राम का पुष्पक विमान तथा रावण का विमान मैदान में चलकर युद्ध किया। दोनों तरफ से अग्निबाण की वर्षा हुई।
बरसात में ही रावण के 40 फिट ऊंचे पुतले का दहन किया गया। पुतला दहन में आतिशबाजी का सहारा लेना पड़ा। रावण दहन के बाद घण्टों तक आतिशबाजी का दौर चलता रहा। जय श्रीराम के जयकारे गूंजते रहे।
बारिस के मौसम में भी सारे कार्य अपने नियत समय पर ही आयोजित हुए और भारी संख्या में दर्शक भी मौजूद रहे।
पूर्व नपाप अध्यक्ष रामजीलाल मोदनवाल, हरिकुमार वैश्य, अरुण वैश्य, शिवकुमार बाथम, कन्हैयालाल वर्मा, संजय यज्ञसैनी, नीरज जायसवाल, अवधेश गोस्वामी, रामकुमार मौर्य, आशीष गिरि, अन्नू बाबा, कैलाश सोनी, बरसाती लाल कसेरा, अरमान पुरवार, जोगेंद्र सिंह जानी, किशनू सिंह सहित भारी संख्या में नगर व ग्रामीण क्षेत्र से महिला पुरुष व बच्चे रामलीला मैदान में मौजूद रहे।
एसडीएम हीरालाल, सीओ मुन्ना उपाध्याय, कोतवाल सुधीर कुमार सिंह, नगर पुलिस चौकी प्रभारी दिवाकर मिश्रा, उपनिरीक्षक अजय सिंह, अंकित सिंह सहित प्रयाप्त पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था में लगा रहा।
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