कमलेश
खमरिया खीरी:राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर ‘(स्टैच् यू ऑफ यूनिटी’ के प्रतीक) देश के पहले गृह मंत्री,अखंड भारत के भाग्य विधाता,त्याग तपस्या साहस लगन के प्रतिमूर्ति भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म जयंती क्षेत्र के समस्त स्कूलों,सरकारी संस्थानों में धूमधाम से राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई।
सोमवार को लौह पुरुष सरदार पटेल का जन्मदिवस धौरहरा क्षेत्र मे धूमधाम से ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस’’ के तौर पर मनाया गया। ईसानगर ब्लॉक क्षेत्र के सरकारी,अर्द्धसरकारी व निजी स्कूलों में खण्ड शिक्षा अधिकारी अखिलानंद राय के नेतृत्व में समस्त परिषदीय स्कूलों में अध्यापकों एवं बच्चों द्वारा लौह पुरुष सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई गई।
वहीं थाना ईसानगर में निरीक्षक अरविंद कुमार पाण्डेय ने लौह पुरुष की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर समस्त स्टॉप को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई।
इसके साथ साथ क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व निजी स्कूलों में भी देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान शिक्षक विमल बरनवाल ने बताया कि 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में लौहपुरुष जी का जन्म हुआ था।
आजादी के बाद टुकड़ों में बिखरी 562 रियासतों को एकजुट करके उन्होंने ही एक भारत का निर्माण किया था।
इस अवसर पर विमल बरनवाल ने अपने स्कूल के समस्त स्टाफ व बच्चों को राष्ट्रीय एकता पर्व के रूप में मनाकर सभी को शपथ दिलायी कि हम भारत के लोग धार्मिक रूढ़िवादिता वर्णवाद और जातिवाद से मुक्त होकर एक भारत अखंड भारत, शिक्षित भारत,वैज्ञानिक भारत,संवैधानिक भारत, स्वच्छ भारत,समृद्ध भारत,प्रगतिशील भारत ,नशा मुक्त भारत के निर्माण के रूप में कार्य करेंगे तथा भ्रस्टाचार छुआछूत अशिक्षा अंधविश्वास पांखण्ड के खिलाफ लोगो को जाग्रत करेंगे।
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