रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। बुधवार की रात्रि से शुरू हुआ दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला गुरुवार देर रात तक चलता रहा।
करनैलगंज तहसील क्षेत्र के करनैलगंज नगर, करनैलगंज ग्रामीण, कटरा बाजार, हलधरमऊ, कौड़िया बाजार, भंभुआ, चचरी, मैजापुर, दुबहा बाजार, पहाडापुर, बनगांव, बरांव, गोड़वा नसीरपुर, चकरौत, बाबागंज, बालपुर आदि स्थानों की करीब 450 से अधिक दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन गुरुवार को सरयू नदी में किया गया।
जबकि दशहरे के दिन बुधवार को करीब 40 से अधिक दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ। जो गोंडा नगर क्षेत्र से करनैलगंज के सरयू घाट पर लाई जाती हैं।
विसर्जन का सिलसिला रात 11 बजे तक चलता रहा। विसर्जन के दौरान प्रशासन द्वारा अभूतपूर्व तरीके से सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे।
सरयू घाट पर कजरी तीज मेले की तर्ज पर व्यवस्था की गई थी। जिसमें नदी के भीतर बड़ी केटिंग एवं प्रकाश व्यवस्था, नाविक, गोताखोर आदि लगाए गए थे।
इसके अलावा प्रशासन द्वारा कैंप भी लगाया गया और नदी में पानी अधिक होने के कारण प्रशासन ने जो व्यवस्था के तहत प्रतिमाओं का विसर्जन कराया।
तीन दिनों से उप जिलाधिकारी हीरालाल स्वयं प्रतिमा विसर्जन की व्यवस्था की बागडोर संभाले सरयू घाट पर कैंप कर कर रहे थे। विसर्जन के दौरान नदी में सुरक्षा के बेहतर प्रबंध किए गए।
मौसम खराब होने के कारण दुर्गा प्रतिमाओं के आने का सिलसिला गुरुवार दोपहर के बाद शुरू हुआ और शाम होते होते दुर्गा प्रतिमाओं की कतार लग गयी।
करनैलगंज में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था सुरक्षा व्यवस्था के तहत जिले की कई थानों की फोर्स करनैलगंज में लगाई गई।
करनैलगंज नगर में रखी गई आधा दर्जन दुर्गा प्रतिमाओं के विशाल शोभायात्रा दोपहर बाद निकाली गई। जो नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए पूरे बाजार में घुमाई गयी।
इस विशाल शोभायात्रा में नासिक से आया ढोल और ताशा लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा। श्रद्धालु अबीर गुलाल उड़ाते हुए झूमते नाचते डीजे की धुनों पर शोभायात्रा में चल रहे थे।
करनैलगंज बाजार पूरी तरह से बंद रही और लोग शोभायात्रा में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे थे। पूरा नगर जय माता दी के जयकारों से गुंजायमान रहा।
वहीं जगह-जगह पर प्रसाद वितरण के शिविर लगाए गए। करीब एक दर्जन स्थानों पर शिविर लगाकर प्रसाद का वितरण किया गया।
देर शाम करनैलगंज नगर की दुर्गा प्रतिमा की शोभा यात्रा संतोषी माता मंदिर पर पहुंची। जहां महा आरती के बाद सरयू ले जाकर विसर्जित किया गया।
प्रतिमा विसर्जन की शोभायात्रा में श्रद्धालुओं का जबरदस्त जोश देखने को मिला। मौसम खराब होने के बावजूद भी श्रद्धालुओं का जोश पूरे शबाब पर रहा।
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