राज्यसभा सदस्य तिवारी ने अडानी को कौड़ियो के दाम सरकारी निगम की सम्पत्ति दिये जाने पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के फैसले को बताया स्वागत योग्य
कुलदीप तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य एवं केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी ने भाजपा पर हिमांचल प्रदेश तथा गुजरात राज्यो मे होेने वाले विधानसभा चुनावो मे कांग्रेस के पक्ष मे माहौल देखकर घबराहट और बेचैनी में अलोकतांत्रिक हथकंडे अपनाए जाने को लेकर तीखा हमला किया है।
कांग्रेस सांसद एवं वरिष्ठ पार्टी नेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि हिमांचल प्रदेश और गुजरात में भाजपा का सफाया तय है भले ही वह इसके लिए चाहे जितने प्रयास करने के साथ चाहे जिस प्रकार का हथकंडा अपना ले।
बकौल कांग्रेस राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी इन दोनों राज्यों मे स्पष्ट रूप से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। उन्होनें कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा हिमांचल प्रदेश मे तो विधानसभा चुनाव की तिथि बारह नवंबर घोषित कर दी गयी है पर गुजरात के चुनाव माह दिसंबर के प्रथम सप्ताह मे होने की संभावना है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि चूंकि हिमांचल प्रदेश के चुनाव परिणाम आठ दिसंबर को आयेगे और इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा की आंतरिक रिर्पोट एवं एजेन्सियो की रिर्पोट यह दर्शा रही है कि भाजपा के हाथ से यह दोनों राज्य निकल रहे हैं।
ऐसे मे गुजरात विधानसभा चुनाव बाद में कराये जा रहे हैं। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखण्ड, मणिपुर व गोवा पांच राज्यो के चुनाव निर्वाचन आयोग ने एक साथ कराए थे।
श्री तिवारी ने सवाल उठाया कि जब हिमांचल प्रदेश और गुजरात में राज्य सरकारों का कार्यकाल का अंतर जब छः माह से कम का था तो निर्वाचन आयोग ने स्वयं की उस परम्परा का पालन क्यों नही किया कि जहां छः माह से कम का समय होता है वहां के चुनाव एक साथ कराए जांय।
श्री तिवारी ने दावा किया कि भाजपा को यह आभास है कि इन दोनों राज्यो के चुनाव एक साथ कराये जाने पर इन राज्यो में भाजपा की सरकार किसी भी स्थिति मे नही बनती इसीलिए अपनी आसन्न हार को देखते हुए बीजेपी ने दोनों राज्यों मे अलग अलग तिथियों मे चुनाव कराए जाने का खेल खेला है।
श्री तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र मे यह स्वस्थ परम्परा रही है और पूर्व निर्धारित नियम और निर्वाचन आयोगों के दिशानिर्देशांे का यह खुला अलोकतांत्रिक उल्लंघन है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने सर्वोच्च न्यायालय के उस निर्णय का भी स्वागत किया है जिसमे सर्वोच्च न्यायालय ने अडानी को सेण्ट्रल वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के पूर्णतया चालू वेयर हाउस को देने के निर्णय को निरस्त कर दिया है और प्रतिकूल टिप्पणी करते हुए यह भी कहा है कि यह जनहित मे नही है।
श्री तिवारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला एक बार फिर से कौड़ियों के दाम सरकारी निगम की करोडो की सम्पत्ति को अडानी को देकर देश को लूट से बचाने वाला बड़ा फैसला है।
उन्होने भाजपा के आठ सालों के शासनकाल को सबसे बड़ी मंहगाई देेने वाला जनता के लिए पीड़ादायक शासनकाल करार देते हुए कहा कि खाद्यान्न वस्तुओ तक पर जीएसटी का कर थोपना भाजपा की तुगलकशाही है।
शनिवार को यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से जारी विज्ञप्ति मे उन्होने रूपये के लगातार निचले स्तर पर पहुंचने और थोक खुदरा मंहगाई के भी रोज हो रही बढोत्तरी को मोदी सरकार की सबसे बडी विफलता भी करार दिया है।
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