बीपी त्रिपाठी
इटियाथोक (गोंडा) 9 अक्टूबर। नेपाल से छोड़े गए पानी ने इस वक्त तबाही मचा रखी है। इटियाथोक बाज़ार के तेलियानी कानूनगो ग्राम पंचायत के सात मजरे बाढ़ की जद में है।
बीते सात दिनों से कमर तक पानी में लोग किसी तरह मचान बना कर जिंदगी से जूझ रहे हैं । स्वास्थ्य सेवा से लेकर सभी रोजमर्रा की चीजों के लिए लोग मोहताज हैं, दाने दाने को तरस लोगों का हाल लेने तक कोई अब तक नही पहुंचा, जिला प्रशासन एक बाढ़ पीड़ितों की मदद करने का जो दावा पेश करती है उन दावों की पोल खोलती नज़र आ रही है।
आलम ये है इन मज़रो में फंसे हजारो लोग चिकित्सा सेवाओं से महरूम होने के साथ खाद्य वस्तुओं के लिए मोहताज है। कई परिवार ऐसे मिले जिनके बीमार परिजनों का इलाज नही हो पा रहा कोई वाहन अथवा एम्बुलेंस नही जा सकता है।
छोटे छोटे बच्चे परिवार के साथ घरों में कैद है स्कूल, अस्पताल, श्मशान हर तरफ पानी ही पानी है।
तेलियानी, भटपुरवा, परसियागूदर, हरदईया, पड़री, नसीमाबाद, मेसरपुरवा, ककरहवा, भोलाजोत, रुपईडीह के ग्राम पंचायत बीरपुर भोज, अनंतपुर, भुलईडीह, भुड़कुड़ी, असिधा, सुसगंवा, खनवापुर, पचुर्खी मनोहरजोत, अमडोहवा, कुरासी, गोपालबाग, गनवरिया, बेलवाभान, लैबुड़वा, कौड़िया सहित दर्जनों गाँव इस जल संकट से घिरे हुए हैं, जिला प्रशासन की तरफ से अभी तक इन गावों में राहत पहुंचाई गयी है।
इनमे से कई घरों में दरारे पड़ चुकी है, फसलें डूब चुकी है अनाज सहित खाने पीने के सामन सबकुछ पानी ने बर्बाद कर दिया है, कई परिवार ऐसे है जो अपना घर छोड़ कर किसी ऊचें स्थान पर रह रहे हैं।
इस दर्दनाक और भयावाह स्थिति से जिला व स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अनजान बना हुआ है किसी तरह की राहत अभी लोगों को नही पहुंचाई गयी।
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