आयुष मौर्य
धौरहरा खीरी।धौरहरा क्षेत्र के पशु आश्रय स्थल नरुपुर बबुरी में लगे हरे भरे सेमल के पेड़ों को ग्राम प्रधान पति द्वारा कटवाकर बेचने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं होनी शुरू हो गई ।
जबकि बीडीओ ने अलाव व पशु आश्रय स्थल में बाढ़ लगाने के लिए पेड़ काटे जाने की बात कही है ।
शनिवार की सुबह धौरहरा क्षेत्र के पशु आश्रय स्थल नरुपुर बबुरी में लगे पेड़ों को ग्राम प्रधान पति द्वारा कटवाकर बेचने का मामला सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया ।
जानकारी मिलने के बाद आनन-फानन में बीडीओ चन्दन देव पाण्डेय ने एडीओ व वन विभाग को सूचना दे मामले की जांच करवाई ।
जांच के बाद सामने आया कि पशु आश्रय स्थल में प्रतिबन्धित पेड़ों को नहीं काटा गया है। वहां सेमल के पेड़ों को अलाव जलाने व पशु आश्रय स्थल में बाड़ लगाने के लिए काटा गया है । बीडीओ ने कहा कि प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी की जाएगी ।
" पेड़ों के काटे जाने की सूचना मिली है ।जांच के दौरान पता चला है कि सेमल के पेड़ों को अलाव जलाने व पशु आश्रय स्थल में बाड़ लगाने के लिए काटा गया है । प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी की जा रही है । यदि पेड़ बेचने का मामला सामने आता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।"
बीडीओ चन्दन देव पाण्डेय
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