कमलेश
खमरिया खीरी:छठ पूजा के अवसर पर आज गोबिंद शुगर मिल ऐरा व घाघरा नदी के तट पर भक्तों ने अस्त होते भगवान् सूर्य को अर्ध्य देकर मनोकामनां पूरी होने की विनती। जहां एडीएम समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मौजूद रहे।
छठ पूजा के पर्व के तीसरे दिन धौरहरा क्षेत्र के ऐरा चीनी मिल में व घाघरा नदी के तट पर तीसरे दिन सूर्य षष्ठी को पूरे दिन उपवास रखकर शाम के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पूजा की।
पूजा के दौरान पूजा की सामग्री लेकर ब्रत रखने वाली महिलाएं घाट पर ले जाकर शाम के सूर्य को अर्घ्य देने कार्य शुरू कर दिया।
इस दौरान घाट पर पानी मे खड़ी होकर ब्रत रखने वाली महिलाओं ने भगवान सूर्य से अपनी मनोकामना पूरी होने की कामना की।
इस दौरान ब्रत धारण किये मानता शर्मा ने बताया की डूबते हुए सूर्य को अर्द्ध देने के बाद घर आकर पूजा का सामान वैसी ही रख दिया जाता है। आज के दिन रात के समय छठी माता के गीत व कथा सुनी जाती है।
वहीं अर्चना दुबे ने बताया कि इसके बाद घर लौटकर अगले (चौथे) दिन सुबह-सुबह सूर्य निकलने से पहले ही घाट पर पहुंचकर उगते हुए सूर्य की पहली किरण को अर्घ्य देकर घाट पर छठ माता को प्रणाम कर उनसे संतान-रक्षा का वर मांगा जाता है।
अर्घ्य देने के बाद घर लौटकर सभी में प्रसाद वितरण कर स्वयं भी प्रसाद खाकर व्रत खोल दिया जाता है। वहीँ बीना शर्मा ने बताया कि इस पूजा की मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु इस महाव्रत को निष्ठा भाव से विधिपूर्वक संपन्न करता है वह संतान सुख से कभी अछूता नहीं रहता है।
इस महाव्रत के फलस्वरूप व्यक्ति को न केवल संतान की प्राप्ति होती है बल्कि उसके सारे कष्ट भी समाप्त हो जाते हैं।
घाघरा नदी पर मौजूद रहे एसडीएम व पुलिस फ़ोर्स
छठ पर्व के तीसरे दिन अस्त होते सूर्य को अर्द्ध देने के दौरान धौरहरा एसडीएम धीरेन्द्र सिंह श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्वयं के साथ साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
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