घाघरा नदी के बाढ़ के पानी से 34 गांव घिरे
सुनील उपाध्याय
बस्ती। जिले में घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से दुबौलिया ब्लॉक और विक्रमजोत के करीब 34 गांव पानी से घिर गए हैं।
बाढ़ का पानी घघौआ पुल के रास्ते परशुरामपुर ब्लॉक क्षेत्र के रिधौरा और सिकंरपुर की ओर बढ़ रहा है। सोमवार शाम पांच बजे जलस्तर खतरे के निशान से 92.73 मीटर से 53 सेमी ऊपर दर्ज किया गया। जल आयोग की मानें तो अभी राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार दुबौलिया क्षेत्र के कुर्मियाना, सुविकाबाबू, आंशिक टेढवा गांव पानी से घिरे गए हैं। इन गांवों के लोग नाव के सहारे अपनी जरुरतें पूरी कर रहे हैं।
क्षतिग्रस्त बांध से विशुनदासपुर की अनुसूचित बस्ती, भुअरिया, अशोकपुर ग्राम पंचायत के तीन पुरवे, श्रीरामपुरवा,अखनपुर और मोजपुर के पास पानी ओवर फ्लो होकर कनघुसरा, रेवटिया, उमरिया, नाऊ का पुरवा आदि मजरों में तेजी से फैल रहा है।
यदि जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो क्षेत्र के14 मजरे मंगलवार शाम तक जलमग्न हो जाएंगे। बाढ़ के कारण मवेशियों के चारे का संकट पैदा हो गया है। बाढ़ प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य विभाग शिविर लगाकर दवाएं वितरित कर रहा है।
विक्रमजोत क्षेत्र के लोलपुर विक्रमजोत व विक्रमजोत धुसवा बांध के अंदर बसे करीब दर्जनभर गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। जलस्तर बढ़नेे से अइलिया जुग्गाराम, चकिया, सलेमपुर, अराजीडूही, पिपरी संग्राम, बड़ागांव, अर्जुनपुर, नरसिंहपुर, लकड़ी पांडेय, लकड़ी दूबे, शंभूपुर, बेतावा माझा, पकड़ी संग्राम, खेमराजपुर, कन्हईपुर, छतौना, संदलपुर, चानपुर, पड़ाव, कल्यानपुर, भरथापुर, रानीपुर आदि गांव पानी से घिर गए हैं।
इन गांवों के संपर्क मार्गो पर बाढ़ का पानी भर हुआ है। प्रशासन की ओर से किसी भी गांव में नाव आदि की व्यवस्था नहीं की गई है। बाढ़ खंड अधिशाषी अभियंता दिनेश कुमार ने बताया कि जलस्तर बढ़ रहा है। तटबंधों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। अभी खतरे जैसे हालात नहीं हैं।
हर्रैया एसडीएम गुलाब चंद्र ने बताया कि सभी बाढ़ चौकियों को एलर्ट कर दिया गया है। बाढ़कर्मी, राजस्वकर्मी व अन्य विभागों के कर्मचारी बाढ़ चौकियों पर तैनात किए गए हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में हर संभव मदद भेजी जा रही है।
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