वेदव्यास त्रिपाठी
खबर प्रतापगढ़ से है जहां जिले कि ऐतिहासिक भरत मिलाप आज की रात धूमधाम से मनाया जाएगा।
शहर की मुख्य सड़कों पर विशालकाय सुसज्जित गेट और उन पर झिलमिलाते हुए रंग-बिरंगे बल्बों से पूरा शहर जगमगा उठा है।
वहीं शहर का चौक घंटाघर रंग बिरंगा रोशनी से सजाया गया है। जिसे निहारते हुए बखान करना लाजमी है।
यह वही घंटाघर है जहां 14 वर्षों से बिछड़े हुए दो भाइयों का प्रेम मिलन शनिवार की सुबह में होगा। इसके पूर्व अर्धरात्रि से आधुनिकता से लैस राम दल , भरत दल, शंकर दल, लव कुश दल ,व हनुमान दल अलग-अलग जगहों से बैंड बाजे गाजे के साथ निकलेगा जिसमें हाथी, घोड़े और ऊंट भी देखने को मिलेगा। झांकियों के माध्यम से विराट रथों पर कलाकारों के माध्यम से अनेक लीलाओं की मोहक प्रस्तुति भी की जाती है जिसे निहारते ही बनता है। वही जनपद के कोने-कोने से आए हुए दुकानदार भी सड़कों की मुख्य पटरियों पर सामानों की सजावट कर रात भर बेचते नजर आते हैं।
इन सभी दृश्यों को देखने के लिए जनपद के ही नहीं वरन पड़ोसी जिलों से भी बूढ़े बच्चे जवान और महिलाओं का अपार जनसैलाब उमड़ पड़ता है क्योंकि ऐसा ऐतिहासिक भरत मिलाप निकट के चार छह जिलों में होना दुर्लभ होता है।
पूरी रात लोग जागरण कर आनंदित होकर उत्साह के साथ भरत मिलाप मेले का आनंद उठाते हैं।
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