अखिलेश्वर तिवारी/आनंद तिवारी
जनपद बलरामपुर में बाढ़ से तबाही का मंजर दिखने लगा है । राप्ती नदी का बढ़ता जलस्तर तटबंधो के लिए भी खतरा उत्पन्न कर रहा है।
नदी के पानी को फैलने से रोकने के लिए बनाया गया बांध चंदापुर के पास कट गया जिससे दर्जनों गांव में पानी भर गया है । राप्ती का जलस्तर खतरे के निशान से डेढ़ मीटर से अधिक ऊपर पहुंच चुका है ।
बताया जा रहा है कि अब तक के इतिहास में यह सबसे अधिक जलस्तर है । जिन गांव में बाढ़ का पानी कभी नहीं पहुंचा था वहां भी इस बार बाढ़ का पानी पहुंच रहा है । सैकड़ों गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट चुका है ।
खराब मौसम व रुक-रुक कर हो रही बरसात के कारण राहत और बचाव कार्य में भी बाधा उत्पन्न हो रही है । सैकड़ो गांव के हजारों लोग अपने घर की छत पर बैठे किसी भी सहायता की उम्मीद लगाए बैठे हैं परंतु उन तक सहायता नहीं पहुंच पा रही है ।
जिला प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की मदद से युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है । जिला मुख्यालय के अधिकांश मोहल्लों में के घरों में पानी भर गया है ।
पुलिस ऑफिस, विकास भवन, कलेक्ट्रेट व पुलिस थानों में पानी भर चुका है । बलरामपुर से जाने वाले सभी मार्गों को बंद कर दिया गया है ।
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