रजनीश/ ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। सरयू नदी में 9 प्रजातियों के कछुओं में से 6 संकटग्रस्त प्रजातियों को प्राकृतिक वास कराने एवं संरक्षण देने के लिए मत्स्य आखेट के पट्टे का नवीनीकरण रोकने का पत्र डीएफओ ने एसडीएम को भेजा है।
प्रभागीय वन अधिकारी वन प्रभाग गोंडा आरके त्रिपाठी ने जिलाधिकारी एवं उप जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा है कि भास्कर मणि दीक्षित उपनिदेशक टर्टल सर्वाइवल एलाइंस टीएसए संस्था भारत द्वारा अवगत कराया गया है कि करनैलगंज तहसील के अंतर्गत सरयू नदी के कटरा घाट में स्थित श्मशान घाट से लेकर रेलवे के पुल तक कछुओं की 9 प्रजातियों का प्राकृतिक वास है।
जिसमें से 6 प्रजाति संकटग्रस्त श्रेणी में आते हैं। इस क्षेत्र में होने वाले मत्स्य आखेट के कारण क्षेत्र में पाए जाने वाले कछुओं के प्रजातियों पर गंभीर संकट उत्पन्न हो रहा है। जिलाधिकारी द्वारा इसका निरीक्षण भी विगत दिनों किया जा चुका है।
पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि उक्त क्षेत्र में होने वाले मत्स्य आखेट के पट्टे का नवीनीकरण न किया जाए। कछुओं के प्राकृतिक वास एवं संरक्षण के लिए उक्त क्षेत्र में मत्स्य आखेट रोकना आवश्यक है।
जिलाधिकारी डॉ. उज्जवल कुमार ने उप जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
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